Sitapur News: पत्नी संग बांके बिहारी मंदिर पहुंचे एसडीएम सदर, श्री कृष्ण जन्मोत्सव में लिया हिस्सा
श्री कृष्ण जन्म उत्सव में शामिल हुए एसडीएम सदर व उनकी पत्नी पूजा अर्चना के दौरान भक्ति में डूबे दिखाई दिए।
Sitapur News: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। बांके बिहारी के प्राचीन मंदिर में एसडीएम सदर अमित भट्ट पत्नी विष्णु प्रिया के साथ अचानक पहुंचे और श्री कृष्ण जन्म उत्सव में शामिल हुए पूजा अर्चना के दौरान एसडीएम सदर व उनकी पत्नी भक्ति में दिखाई दीं। वहीं एसडीएम ने बांके बिहारी के मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना करते हुए श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाया। एसडीएम और उनकी पत्नी को अपने बीच में पूजा-अर्चना करता देख श्रद्धालुओं के खुशी का ठिकाना ना रहा।
यूं तो सीतापुर सदर एसडीएम अपनी कार्यशैली को लेकर हमेशा जनता के बीच में बने रहते हैं, लेकिन कल श्री कृष्ण जन्मोत्सव के मौके पर बांके बिहारी के प्राचीन मंदिर पर पत्नी विष्णु प्रिया के साथ अचानक मंदिर प्रांगण में पहुंचे तो वहां मौजूद लोग भी एसडीएम को अपने बीच में देखकर खुशी से फूले नहीं समाए। वहीं एक बच्ची ने कान्हा के जन्मदिन के मौके पर केक काटकर श्री कृष्ण जन्म उत्सव मनाया। बच्चे की यह तस्वीर लोगों में आकर्षण का केंद्र बनी रही।
पुलिस लाइन व पीएसी के मंदिरों में भी रही धूम
पुलिस लाइन, पीएसी के मंदिरों सहित घरों में श्री कृष्ण जन्मोत्सव की धूम रही। छोटे छोटे बच्चों ने भगवान का जन्मदिन अपने ही अंदाज से मनाया, जिसमें बच्चों ने हाथों में लड्डू गोपाल की मूर्ति को लेकर केक काटा। शहर के मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया गया। जगमगाती रोशनी के बीच लड्डू गोपाल को पालने में बैठाकर उनका जन्म उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिरों में जमा रही। वहीं पुलिस लाइन में भजन संध्या का आयोजन किया गया। मुस्लिम दारोगा के द्वारा गाये गए भगवान श्री कृष्ण के भक्ति गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। सभी लोग भगवान श्री कृष्ण की भक्ति में लीन हो गए। कार्यक्रम का शुभारंभ एसपी आरपी सिंह ने दीप प्रज्वलित करके किया।
कलाकारों के द्वारा झांकी के माध्यम से नृत्य करके सभी लोगों का मन मोह लिया। घरों में मनाई गई श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर लोगों ने पर्यावरण का भी विशेष ध्यान दिया, जिसमें मन्दिर के चारों तरह पेड़ पौधों के साथ साथ फूलों से सजाया गया। इस दौरान लड्डू गोपाल को बड़े ही सलीके से झूले में सजाकर उनकी पूजा अर्चना की गई और आशीर्वाद लिया गया।