UP Election 2022: अखिलेश ने फूंका चुनावी बिगुल, साइकिल यात्रा से सत्ताधारी भाजपा को चेताया

UP Election 2022: अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी पर जब संकट आता था तब जनेश्वर मिश्र जी बड़ी ही मजबूती से पार्टी के साथ खड़े हो जाते थे।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Dharmendra Singh
Update:2021-08-05 23:54 IST

साइकिल यात्रा के दौरान अखिलेश यादव (फोटो: न्यूजट्रैक)

UP Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव के पहले वैसे तो सभी दल अपनी चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं। पर मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी की साइकिल यात्रा का आज का सफल आयोजन इस बात का संदेश दे गया कि कुछ भी हो, अभी भी समाजवादी पार्टी ही सत्ताधारी भाजपा के लिए आंख की किरकिरी से कम नहीं है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज एक रणनीति के तहत ही प्रसिद्व समाजवादी चिंतक पं जनेश्वर मिश्र के जन्मदिन को ही साइकिल यात्रा के लिए चुना। इसके पीछे कथित तौर पर योगी सरकार में ब्राम्हणों को इस बात का संदेश भी देना था कि समाजवादी पार्टी ब्राम्हणों की हितैषी पार्टी है। इसके अलावा आज की प्रदेश व्यापी साइकिल यात्रा के माध्यम से पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने के साथ उनमें उत्साह भरने का भी बड़ा काम किया।


अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी पर जब संकट आता था तब जनेश्वर मिश्र जी बड़ी ही मजबूती से पार्टी के साथ खड़े हो जाते थे। उन्होंने जनेश्वर मिश्र पार्क में श्री जनेश्वर मिश्र की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनको श्रद्धांसुमन अर्पित किए। अखिलेश यादव ने साइकिल रैली के बहाने भाजपा की साढ़े चार साल के कार्यकलापों को भी याद दिलाने का काम किया और कहा कि भाजपा सरकार विज्ञापनों में नंबर वन है, वह कुपोषण, गंगा किनारे लाशों को लकड़ी न देने में, गंगा में लाश बहाने में, दफन लाशों का कफन उतारने में, चिताओं को जलाने में नंबर वन है। रेत में लाशें दबाने में, दवा की कालाबाजारी में, बिना इलाज मौते होने में नंबर वन है। युवाओं का भविष्य बर्बाद करने में, महिलाओं की असुरक्षा में, फर्जी एनकाउण्टरों में, हिरासत में मौतों के मामले में नम्बर वन है। शिक्षक, अभ्यर्थियों, को पीटने में नम्बर वन, 16 सौ शिक्षकों को मौत के मुहाने में भेजने में नंबर वन है।

अब अखिलेश यादव यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि भाजपा ने जनता के हित में कोई काम नहीं किया। अब चुनाव आ रहा है तो वह पिछड़ों, दलितों के सम्बंध में झूठी घोषणाएं कर रही है, पर अब कोई उस पर भरोसा नहीं करता है। भाजपा ने पूरे साढ़े चार साल बर्बाद कर दिये। जनता बेबस रही। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री जी को लैपटॉप नहीं चलाना आता है वैसे ही उन्हें डीएनए के बारे में भी कुछ पता नहीं होगा।
प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने बरेली में नेता विरोधी दल विधान सभा रामगोविन्द चौधरी ने रायबरेली में, रामजी लाल सुमन ने आगरा में, राष्ट्रीय महासचिव इन्द्रजीत सरोज ने प्रतापगढ़ में, बदायूं में धर्मेन्द्र यादव पूर्व सांसद, समाजवादी युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद फहाद ने अलीगढ़ में और यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह, लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप तिवारी ने भी झण्डी दिखाकर साइकिल यात्रियों को रवाना किया।


फिरोजाबाद में अक्षय यादव पूर्व सांसद, रामपुर में पूर्व सांसद तंजीम फातिमा, मैनपुरी में लीलावती कुशवाहा प्रदेश अध्यक्ष महिला सभा, इटावा में डॉ0 राजपाल कश्यप प्रदेश अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ, शाहजहांपुर में सुनील यादव एमएलसी, मेरठ में स्वामी ओमवेश पूर्व विधायक एवं नोएडा में किरन पाल कश्यप पूर्व मंत्री सहित समाजवादी पार्टी के अन्य प्रमुख नेताओं ने विभिन्न जिलों में साइकिल यात्रियों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
सभी फोटो: न्यूजट्रैक, आशुतोष त्रिपाठी


Tags:    

Similar News