Lucknow News: सूबे के ग्रामीण इलाकों की पुलिस नहीं दर्ज करती पीड़ितों की रिपोर्ट, दुखी युवती ने सीएम से की इच्छा मृत्यु की मांग
Lucknow News: मामला सूबे के जनपद कानपुर नगर के पनकी थाने का है, जहां एक महिला ने दरोगा पर मारपीट और छेड़खानी का आरोप लगाया है। वहीं मुकदमा दर्ज नहीं होने पर अब वह सीएम योगी से इच्छा मृत्यु की मांग कर रही है।
Lucknow News: सूबे के डीजीपी मुकुल गोयल चाहे कितने ही प्रयास कर लें, लेकिन उत्तर प्रदेश के थानों की पुलिस कतई सुधर नहीं सकती, बल्कि वो तो अपने मनमाफिक ढंग से ही काम करेगी। अगर पीड़ितों की मानें तो सूबे के ग्रामीण इलाकों के थानों में उनकी अब रिपोर्ट भी थानेदार अपनी मनमर्जी के हिसाब से ही दर्ज करते हैं और अगर आरोपी दरोगा जी ही हों, तो फिर उनके खिलाफ मामला दर्ज करवाने के लिये पीड़ित सोच भी नहीं सकता है।
ये पहला मामला है लखनऊ के ग्रामीण इलाके में स्थित थाना माल क्षेत्र का। माल थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत केडोरा में गत 26-27 जुलाई की रात में ग्राम पंचायत के दफ्तर में ताला तोड़कर चोरी हो गई थी।
वहीं, ग्राम प्रधान, सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) अपने कार्यालय में हुई चोरी की रिपोर्ट अब तक दर्ज नहीं करवा पाये हैं, जबकि थाने में तहरीर भी दी जा चुकी है। अब समझ लें पुुलिस अधिकारी, एक सरकारी दफ्तर में हुई चोरी की रिपोर्ट तक थाना माल पुलिस दर्ज नहीं कर रहा है।
इस मामले में सबसे चौकाने वाला पहलू तो यह है कि गत 26-27 की रात्रि को जिस युवक ने ग्राम पंचायत के कार्यालय से चोरी होने की सूचना दी थी, बाद में थाना माल पुलिस ने उसे ही शांति भंग में जेल भेज दिया है। जब यह शिकायत आईजी रेंज के पास पहुंची तो अब इस चोरी की जांच हो रही है। जांच सीओ मलिहाबाद कर रहे हैं। जबकि एसएचओ का कहना है कि यह चोरी की घटना झूठी है। वहीं सूत्रों ने बताया कि गाँव में वर्तमान ग्राम प्रधान व पूर्व ग्राम प्रधान के बीच झगड़ा चल रहा है। यह चोरी की घटना पूर्व प्रधान ने करवाई है। अब उसने थाना पुलिस से सेटिंग कर ली है, ताकि इस मामले की रिपोर्ट दर्ज न हो। थाना पुलिस पूर्व प्रधान के इशारे पर एफआईदर्ज नहीं कर रही है।
ठीक इसी से मिलता जुलता दूसरा मामला है सूबे के जनपद कानपुर नगर के पनकी थाने का। इस थाने में एसएचओ पीड़ित युवती की रिपार्ट महज इसलिये दर्ज नहीं कर रहे हैं क्योंकि इस मामले में आरोपी एक दरोगा जी ही हैं।
इस मामले में पीड़ित युवती ने बताया कि पनकीं स्थित उसके घर के पड़ोस में रह रहे एक दरोगा ने घर में घुसकर उसके साथ मारपीट और छेड़छाड़ की है। पीड़िता ने बताया कि दरोगा जी से पानी भरने को लेकर विवाद हो गया था। आरोपी दरोगा वर्तमान में सूबे के औरैया जनपद में तैनात हैं और एससी होने के कारण थाना पनकी के एसएचओ पीड़िता को धमका रहे हैं कि अगर तुमने मुकद्दमा दर्ज करवाया तो दरोगा भी तुम्हारे खिलाफ एससीएसटी एक्ट में मामला दर्ज करवा देगा।
वहीं, अब पीड़िता न्याय ना मिलने पर मुख्यमंत्री योगी और पुलिस कमिश्नर कानपुर असीम अरुण से इच्छा मृत्यु की मांग कर रही है।