UP Politics: अखिलेश यादव ने कहा- सामाजिक न्याय के विरूद्ध साजिश कर रही है भाजपा
UP Politics: अखिलेश यादव ने शिक्षक अभ्यर्थियों से कहा कि भाजपा सामाजिक न्याय के विरूद्ध षडयंत्र कर रही है।
UP Politics: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिक्षक अभ्यर्थियों से कहा कि भाजपा सामाजिक न्याय के विरूद्ध षडयंत्र कर रही है। जिनका हक है उनको वंचित किया जा रहा है। भाजपा कभी निष्पक्ष ढंग से काम नहीं कर सकती है। वह किसी को हक और सम्मान नहीं देना चाहती है। वह लोगों को प्रताड़ित करती है।
अखिलेश यादव से आज आंदोलनरत अभ्यर्थी शिक्षकों ने भेंट की और उन्हें शिक्षक भर्ती की जारी चयन सूची में अनियमितता की वजह से अन्य पिछड़े वर्ग के लगभग 15 हजार अभ्यर्थियों के चयन प्रक्रिया से बाहर होने के सम्बंध में ज्ञापन सौंपा। शिक्षक अभ्यर्थियों ने बताया कि 22 मई से अभी तक वे धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, शासन-प्रशासन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। अपने हक की आवाज उठाने पर उन पर लाठियां बरसाई गई।
अखिलेश यादव से मिलकर अभ्यर्थी शिक्षकों के नेता विजय प्रताप, अमरेन्द्र सिंह, मनोज प्रजापति, लोहा सिंह पटेल, राहुल मौर्य आदि ने कहा कि भरोसे से वे उनसे मिलने आए हैं। 21 जुलाई को मुख्यमंत्री से बात करने गए तो उन पर लाठियां चलीं। उनकी मांग है कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट लागू करते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग को प्राप्त संविधान प्रदत्त 27 प्रतिशत आरक्षण देकर नियुक्ति प्रदान की जाए। यादव ने कहा कि अभ्यर्थी शिक्षकों की समस्या के समाधान के बजाय भाजपा सरकार उन्हें डराने-धमकाने का काम कर रही है। उसका यह कृत्य अलोकतांत्रिक और अन्यायपूर्ण है।
इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस छोड़कर आए और निर्दलीय नेताओं को समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराते हुए उम्मीद जताई कि वे 2022 के विधान सभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को मजबूती देने का काम करेंगे।
आजमगढ़ के अनिल कुमार वर्मा एडवोकेट और चंदौली के साहिब सिंह मौर्य सदस्य जिला पंचायत बसपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं जबकि फतेहपुर के पूर्व प्रत्याशी कांग्रेस राजेन्द्र सिंह लोधी अपने तमाम साथियों के साथ समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली है। आजमगढ़ के अशोक यादव एडवोकेट एवं गीता देवी पत्नी महेन्द्र राम तथा राम मनोहर यादव जिला पंचायत सदस्य चंदौली ने भी समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली है।
समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले सभी नेताओं ने कहा कि वे अखिलेश यादव के नेतृत्व से प्रभावित होकर समाजवादी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। वे आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी को बहुमत से जीत दिलाने के लिए भरसक प्रयास करेंगे।