UP Politics: सपा चाहे अब साइकिल यात्रा निकाले या पैदल यात्रा, जनता उनके इरादों को समझ चुकी है: स्वतंत्र देव सिंह
UP Politics: स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी अब चाहे साइकिल यात्रा निकाले या पैदल यात्रा जनता उनकी नीति, नियत और इरादों को ठीक तरह से समझ चुकी है।
UP Politics: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी अब चाहे साइकिल यात्रा निकाले या पैदल यात्रा जनता उनकी नीति, नियत और इरादों को ठीक तरह से समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण, गुंडाराज, अराजकता, आंतकियों का संरक्षण, परिवारवाद, वंशवाद, भ्रष्टाचार के पोषक दलों को जनता ने अब तक हुए लोकसभा, विधानसभा नगर निकाय और पंचायत सहित प्रत्येक चुनाव में नकार कर देश व प्रदेश के चौतरफा विकास के लिए केंद्र सरकार व राज्य की भाजपा सरकार को अपना समर्थन व आशीर्वाद दिया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि गांव, गरीब, किसान, नौजवान, शोषित, पीड़ित, दलित, वंचित को सिर्फ वोंट बैंक समझकर सत्ता सुख भोगने वालों को राज्य में डबल इंजन वाली सरकार द्वारा लोक कल्याण के संकल्प के साथ किये जा रहे जनहित के कार्य रास नहीं आ रहे है। इसलिए वे जनता में झूठ व भ्रम के सहारे सत्ता वापसी के ख्वाब देख रहे हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने विपक्षी दलों पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि आज जो दल चुनाव नजदीक आते हुए देखकर अपने-अपने घरों से निकलने की योजना बना रहे हैं। जो दल अभी तक सिर्फ सोशल मीडिया पर ही अपनी नीतियां व कार्यक्रम चलाकर जनता को गुमराह करते रहे हों उन्हें जनता को यह भी बताना चाहिए कि जब पूरा विश्व कोरोना की वैश्विक महामारी की चपेट में था। उस समय भाजपा सरकार ने आमजन के जीवन और उसकी जीविका को बचाने के लिए अभूतपूर्व ढंग से जो कार्य किये उसकी प्रशंसा पूरे विश्व ने की। वहीं भाजपा के कार्यकर्ताओं ने 'सेवा ही संगठन' अभियान के अन्तर्गत सेवा का अभियान चलाकर जन-जन की सेवा-सहायता में अपना योगदान देकर सेवा की अद्भुत मिसाल पेश की।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि तब ये राजनीतिक दल उनके नेता व कार्यकर्ता कहां थे? विपक्षी दल के नेताओं को यह भी बताना चाहिए कि उन्होंने जनता को राहत पहुंचाने व उनकी सहायता के लिए कब-कब क्या-क्या प्रयास किये? अब विधानसभा चुनाव नजदीक आते देख ये अवसरवादी दल एक बार फिर से सत्ता में आने के लिए बेचैन हो रहे हैं और झूठ-भ्रम व प्रपंच को हथियार बना रहे हैं।