Stampede in 14 Kosi Parikrama: हनुमान गुफा पर मची भगदड़, 5 महिलाएं गंभीर, एक लखनऊ रेफर
Stampede in 14 Kosi Parikrama:अयोध्या के 14 कोसी परिक्रमा में हनुमान गुफा के पास मची भगदड़ में दर्जनों घायल हो गए जिसमें पांच की हालत गंभीर है ।
Stampede in 14 Kosi Parikrama: अयोध्या के 14 कोसी परिक्रमा (14 Kosi Parikrama) में हनुमान गुफा (Hanuman Cave) के पास मची भगदड़ दर्जनों घायल पांच की हालत गंभीर। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात 12:48 से चालू हुए 14 कोसी परिक्रमा में हनुमान गुफा में अचानक भगदड़ मच गई, जिसके चलते लगभग दर्जनों लोग घायल हो गए।
कुछ घायलों को राजकीय श्री राम अस्पताल अयोध्या (Government Shri Ram Hospital Ayodhya) ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनको घर भेज दिया गया एवं गंभीर रूप से घायल 5 महिलाओं को जिला चिकित्सालय भेजा गया जिसमें एक की हालत गंभीर होने के नाते लखनऊ रेफर कर दिया गया है।
घायलों को भर्ती कर उपचार शुरू
घायलों में बिट्टी पत्नी साधु राम अवस्थी आयु 70 वर्ष निवासी किशनगंज जिला बहराइच रामादेवी पत्नी आज्ञाराम त्रिवेदी आयु 70 वर्ष निवासी नतोहरा बहराइच, कीर्ति कुमारी पत्नी राम नरेश मिश्रा आयु 40 वर्ष निवासी पखरपुर जिला बहराइच, कल्याना पत्नी रामकेवल आयु 60 वर्ष निवासी रामापुर थाना फखरपुर जिला बहराइच, सावित्री पत्नी सुंदरलाल आयु 60 वर्ष निवासी नौसहरा जनपद बहराइच भगदड़ में घायल हो गए। जिन्हें 108 एंबुलेंस द्वारा रात्रि 3:30 बजे जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां इमरजेंसी ड्यूटी कर रहे डॉक्टर शिशिर श्रीवास्तव ने घायलों को भर्ती कर उपचार शुरू किया।
सावित्री की हालत गंभीर देखते हुए लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है। अन्य चार महिलाओं का उपचार जनरल वार्ड में चल रहा है। वही जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी घायलों का हालचाल लेने अभी तक जिला अस्पताल नहीं पहुंचा है।
जानकारी के मुताबिक हनुमान गुफा नुक्कड़ पर लोगों का दबाव अधिक हो जाने से कुछ श्रद्धालुओं के बेहोश होकर गिरने के बाद भगदड़ की जानकारी सामने आई है। अफरातफरी के बीच श्रद्धालुओं को अस्पताल पहुंचाया गया। चिकित्सकों का कहना है कि सांस लेने में दिक्कत और घबड़ाहट की वजह से बुजुर्ग प्रभावित हुए हैं। इस बीच 14 कोसी परिक्रमा बिना किसी गतिरोध के आगे बढ़ रही है।
भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी
बताया जा रहा है निश्चित मुहूर्त के समय 42 कोस की परिधि में लोगों की जबर्दस्त भीड़ हो गई थी कुछ समय के लिए भीड़ के आगे पुलिस भी असहाय दिखी। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
आज सुबह सूर्योदय के बाद भीड़ का दबाव कम होने पर पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली। श्रद्धालुओं में युवाओं और परिपक्व लोगों के अलावा बुजुर्ग और महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल रहीं। राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण और दो वर्ष तक कोरोना संकट से मुक्ति के बाद परिक्रमा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। लोकल इंटेलीजेंस की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल परिक्रमा में 30 लाख लोगों के शामिल होने का अनुमान लगाया गया है।