Ayodhya News: शर्मनाक! एआरटीओ साहब की चेकिंग ने ले ली दो जिंदगियां, घंटों से जाम में जूझ रहे थे मरीज
Ayodhya News:
Ayodhya News: अयोध्या से बेहद शर्मनाक घटना सामने आई। शुक्रवार को थाना रौनाही के टोल प्लाजा के पास एआरटीओ बस की चेकिंग कर रहे थे। इससे लंबा जाम लग गया। तीन घंटे तक लगे लंबे इस जाम में दिल्ली से बिहार जा रहे दो यात्रियों की मौत हो गई। हालांकि दोनों पहले से बीमार थे। इनमें से एक मृतक अकेला ही सफर कर रहा था, जिसकी अभी तक शिनाख्त नहीं हो पायी।
जानकारी के अनुसार दोनों दिल्ली एम्स से इलाज कराकर अलग-अलग प्राइवेट बसों से दिल्ली से बिहार, मोतिहारी जा रहे थे। तभी अयोध्या में थाना रौनाही के पास एआरटीओ चेकिंग कर रहे थे। चेकिंग के चलते कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। भीषण गर्मी उमस में आम लोगों की बिगड़ती दिखी। मृतक के पुत्र नितीश कुमार ने बताया कि बस तीन घंटे से खड़ी किए है। आरटीओ वालों ने गाड़ी ने बस रोक रहे थे। दिल्ली से इलाज के कराकर घर जा रहे थे। पुत्र और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। तबीयत बिगड़ने पर इसकी सूचना बस ड्राइवर को दिया गया लेकिन मरीज के इलाज को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की गई। वहीं, दूसरे युवक की भी गर्मी और उमस के चलते मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मृतक अकेला ही सफर कर रहा था। अभी तक उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई। लोगों ने जब मौत के बाद हंगामा शुरू किया तो पुलिस और आरटीओ ने आनन फानन में बसें रवाना कर दी।
शव भेजने के लिए नहीं हुई कोई व्यवस्था
तीन घंटे जाम में फंसने के बाद जब दो बीमार यात्रियों की मौत हो गई तो जल्दबाजी में शव को बसों में ही रवाना कर दिया गया। जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा किसी तरह के शव वाहन की न तो व्यवस्था की गई और न ही अन्य यात्रियों की कोई सुनवाई की। दरअसल, मौत के बाद जब अन्य यात्रियों ने हंगामा किया तो खुद एआरटीओ और पुलिस ने मामले को दबाने के लिए जबरन बसों को रवाना कर दिया। यात्रियों ने शव को बस उतारने की मांग रखी लेकिन कोईज्ञ सुनवाई नहीं हुई।
वहीं, इस मामले में एआरटीओ प्रवर्तन भी मामले से बचते नजर आए। उन्होंने गोल-मोल जवाब देते हुए कहा कि मामले की जांच की जाएगी। चेकिंग के दौरान दो लोगों की मौत हुई है लेकिन वह पहले बीमार थे। मामले के हर पहेलू पर जांच होनं के बाद कार्रवाई की जाएगी।
बेलगाम हो गए अफसर
अयोध्या में हुई घटना कोई पहली नहीं थी। आय दिन अधिकारियों की लापरवाही तो कभी पुलिसिये के गलत रवैये से हादसे होते रहते हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार और उच्च अधिकारी इतनी बड़ी घटना के बाद बेलगाम अफसरों पर लगाम लगाने के बजाए बचते नजर आ रहे हैं। लोगों ने एआरटीओ को जब मरीजों के हालात से रूबरू कराया फिर भी जाम नहीं हटाया। सड़क पर चेकिंग के नाम पर लोगों को परेशान किया गया।