Ayodhya News: मोटिवेशनल मेंटरिंग कार्यक्रम, बच्चों को पढ़ाया रीति-रिवाजों का पाठ
प्रो. श्रीवास्तव ने विभागीय शिक्षिकाओं को उत्तर-प्रदेश के द्वारा ललित कला के क्षेत्र में प्राप्त किए गए। प्रोजेक्ट पर हर्ष जताते हुए उन्हें निरंतर अच्छे कलात्मक स्वरूप के चित्रण के लिए उत्प्रेरित किया।
अयोध्या डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के फाइन आटर्स विभाग के नवागत छात्र-छात्राओं का आवासीय परिसर में मोटिवेशनल मेंटरिंग कार्यक्रम” के साथ स्वागत किया गया। इसमें परिसर के रीति-रिवाजो, स्वरूपों एवं वातावरण से छात्र-छात्राओं को परिचित कराया गया।
अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग के वरिश्ठ आचार्य एवं पूर्व अधिष्ठाता छात्र-कल्याण प्रो.आशुतोष सिन्हा ने कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन ने कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ किया। प्रो. सिन्हा ने फाइन आर्ट्सबी.एफ.ए. प्रथम वर्ष एवं (एम.एफ.ए.) पेंटिग प्रथम वर्श के छात्र- छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि आज फाइन आर्ट्स का स्कोप निरंतर बढ़ रहा हैं।
कला के क्षेत्र में प्रगति
फाइन आर्ट्स की शिक्षिकाओं एवं छात्र-छात्राओं के प्रयास से यह विभाग निरंतर कला के क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। जिससे प्रदेश, देश एवं विदेशमें विश्वविद्यालय का नाम रोशन हो रहा हैं।
फाइन आर्ट्स विभाग की सहायक आचार्य डॉ. सरिता द्विवेदी ने नव-प्रवेशित छात्र-छात्राओं को आशीर्वचन देते हुए यह बताया कि वर्श 2017 में फाईन आर्ट्स विभाग की स्थापना हुई हैं तब से लेकर आज तक विभिन्न कलात्मक कार्यशलाओं, सेमिनारों अधिवेशनों एवं कला मेलों के आयोजन में यह विभाग अग्रिम श्रेणी में रहा हैं जिसमें छात्र-छात्राओं की सराहनीय भूमिका रही हैं। वर्तमान में उच्चशिक्षा विभाग, उत्तर-षासन के द्वारा विभाग को छः माह की अवधि के लिए ’’फाइन आर्ट्स फेस्ट’’ के आयोजन की स्वीकृति दी गई हैं, जो कि विभाग के लिए गर्व की बात हैं।
विभाग की सहायक आचार्य रीमा सिंह ने छात्र-छात्राओं को कलात्मक व्यवहारिक विश्लेषण एवं इनके जीवन में कला के महत्व के स्वरूप को विश्लेषित करते हुए अपना आशीर्वाद प्रदान किया।
फाइन आर्ट्स विभाग के समन्वयक प्रो. विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन एवं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रविशंकर सिंह जी की मंशा के अनुरूप इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया हैं।
कोविड-19 महामारी के जबाव
इसका प्रमुख उद्देश्य हैं कि कोविड-19 महामारी के जबाव में जो बच्चें परिसर में प्रवेश ले रहे है।उनकी मन:स्थिति को कलात्मक स्वरूपों एवं विचारो के द्वारा सुदृढ़ किया जा सकें और नवप्रवेशित छात्र-छात्राएं स्वस्थ्य मानसिकता के साथ अच्छे वातावरण में निर्भय होकर कलात्मक विकास में अपना योगदान प्रदान कर सकें।
प्रो. श्रीवास्तव ने विभागीय शिक्षिकाओं को उत्तर-प्रदेश के द्वारा ललित कला के क्षेत्र में प्राप्त किए गए। प्रोजेक्ट पर हर्ष जताते हुए उन्हें निरंतर अच्छे कलात्मक स्वरूप के चित्रण के लिए उत्प्रेरित किया।
इस अवसर पर विभाग की शिक्षिकाएं, प्रो.मृदुला मिश्रा, डॉ.प्रिया कुमारी, डॉ. अलका श्रीवास्तव, डॉ. सविता देवी, पल्लवी सोनी, श्रीमती सरिता सिंह, कविता पाठक, एवं विभागीय कर्मचारी विजय कुमार शुक्ला, शिव शकर यादव सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहें।
रिपोर्टर नाथ बख्श सिंह