अयोध्या भूमि विवाद के पक्षकार इकबाल ने दी 25 नवंबर से पहले शहर छोड़ने की चेतावनी

Update: 2018-11-15 07:19 GMT

लखनऊ: अयोध्या भूमि विवाद केस के मुख्य पैरोकारों में से एक इकबाल अंसारी ने अपनी जान को खतरा बताते हुए कहा कि मौजूदा समय में उनसे मिलने के लिए कई लोग आते हैं जिसमें बहुत लोगों को वो नहीं जानते हैं। सरकार ने उनकी सुरक्षा के लिए दो ही पुलिसकर्मी तैनात किए हैं, जो कि काफी नहीं है।

बता दें कि अंसारी कई बार सरकार से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगर उनकी सुरक्षा के साथ समझौता किया गया तो वो 25 नवंबर से पहले अयोध्या छोड़े देंगे।

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25 नवंबर को मुसलमान भाइयों की सुरक्षा का पूरा इंतजाम होना चाहिए: अंसारी

25 नवम्बर को अयोध्या में लाखों की संख्या में हिन्दुओं के पहुंचने की आशंका पर इकबाल अंसारी ने कहा कि 1992 में उनके घर को जला दिया गया था। ये बात अलग है कि वो या उनका परिवार विवादित जगह पर नहीं गया था। वो अपनी सुरक्षा के साथ-साथ अयोध्या में सभी हिंदू और मुसलमानों की सुरक्षा की मांग करते हैं। अगर 25 नवंबर को 1992 की तरह लोगो भारी संख्या में अयोध्या आते हैं उन्हें और मुसलमान भाइयों की सुरक्षा का पूरा इंतजाम होना चाहिए।

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25 नवंबर को ही शिवसेना और विहिप दोनों संगठनों का अयोध्या में है कार्यक्रम

बता दें कि 25 नवंबर को राम मंदिर निर्माण प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अयोध्या जाने वाले हैं। उनके साथ मुंबई के डब्बावाला भी आएंगे जिनके लिए स्पेशल ट्रेन बुक कराई गई है। खास बात ये है कि ठीक उसी दिन ही विहिप ने भी अपना कार्यक्रम रखा है। शिवसेना के कार्यक्रम को लेकर विहिप नाराजगी जता चुकी है।

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