UP News: प्रभु श्रीराम के कर्म मानव के सफल जीवन के निर्वहन के लिए हैं प्रेरणापुन्ज-डा. दिनेश शर्मा

UP News: बोले-अपने लक्ष्य को प्राप्त करने वाला व्यक्ति ही होता है जीवन में सफल, त्वरित निर्णय लेने की क्षमता बनाती है सफल अधिकारी, कठिन दौर में धैर्य ही होती है सबसे बड़ी पूंजी।

Newstrack :  Network
Update:2024-07-13 22:58 IST

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Up News: मानव के कार्यों से किसी व्यक्ति के विचारों की श्रेष्ठ व्याख्या होती है। जो लोग चयनित होकर आज यहां उपस्थित हैं उनके पास प्रभु श्रीराम का चित्र है और प्रभु श्रीराम के कर्म मानव जीवन के निर्वहन के लिए प्रेरणाश्रोत हैं। यह बातें उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद डा0 दिनेश शर्मा ने कही। डॉ शर्मा यहां पूरे देश से 300 से अधिक संख्या में आए आईएएस, आईआरएस, आईपीएस, आईएफएस में चयनित प्रतिभागियों को विशिष्ट अतिथि के तौर पर संकल्प संस्था द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

अयोध्या में संकल्प जन कल्याण शिक्षा समिति द्वारा आयोजित गुरू सम्मान समारोह एवं चयनित प्रतिभागी अभिनन्दन कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि आपको जीवन को किस प्रकार से चलाना है उसकी आज यहां पर प्रेरणा भी आपको मिल रही होगी। उन्होंने कहा कि जीवन में सफल व्यक्ति वही होता है जो अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है। जीवन में जो व्यक्ति सफल हुआ है उसके अनुभव, जो व्यक्ति असफल हुआ है उसके सलाह और अपने स्वाविवेक से निर्णय का लाभ लेना चाहिए, जो असफल हुआ है उससे सलाह लेनी चाहिए तथा अपने विवेक के अनुसार निर्णय लेना चाहिए। यही सफलता की कुंजी है।


जीवन के लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए

सांसद शर्मा ने चयनित अधिकारियों से कहा कि उन्हें अपने जीवन के लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए। उनका कहना था कि एक सफल अधिकारी तुरंत निर्णय लेकर कार्रवाई करने वाला होना चाहिए। यदि एक अधिकारी किसी कार्य को त्वरित रूप में क्रियान्वित करता है। इसके लिए आवश्यक है कि स्वस्थ्य एवं संतुलित मस्तिष्क हो तथा स्वस्थ्य मस्तिष्क के लिए आवश्यक है पैर गरम, पेट नरम तथा दिमाग़ ठंडा हो। उनका कहना था कि यही स्वस्थ्य जीवन की परिकल्पना है। उन्होंने कहा कि कठिन दौर में धैर्य ही सबसे बडी पूंजी होती है। कई स्थानों पर चुप्पी बहुत कारगर होती है। भगवान ने भी शायद इसीलिए दो कान एवं एक मुंह दिया है। सुनो ज्यादा कम। जीवन की यात्रा में व्यक्ति जितना सीख सकता है सीखना चाहिए। अनवरत एक विद्यार्थी की तरह व्यवहार करना चाहिए।


इससे उन्हें मर्यादित जीवन जीने की प्रेरणा मिलती रहेगी

डा0 शर्मा ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि वे आज भगवान राम की जन्मभूमि में मौजूद हैं जिन्होंने मर्यादित जीवन जीने का आदर्श उपस्थित किया है। अधिकारियों को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें भगवान राम का जो चित्र मोमेंटो के रूप में मिला है उसे वे अपने साथ सदैव रखें तथा जब कोई अधिकारी के रूप में उनकी नियुक्ति हो अपने ऑफिस में उसे जरूर दीवार पर टांग कर रखें। भगवान का चित्र देखने पर उन्हें सद कर्म और सही निर्णय लेने की प्रेरणा मिलेगी क्योंकि इससे उन्हें मर्यादित जीवन जीने की प्रेरणा मिलती रहेगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे भाग्यशाली हैं कि उन्हें महन्त नृत्यगोपालदास की छोटी छावनी में आने का अवसर मिला है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे एक खिलाड़ी का जीवन जीने की आदत डालें जिसका उद्देश्य दौड़ना इसलिए होता है कि उसे गोल करना होता है वे रेफ्री की तरह जीवन जीने का प्रयास न करें। जो हमेशा गलती ढूंढने के लिए दौड़ता है। इसके साथ ही जो व्यक्ति अपने जीवन की समीक्षा कर पाता है वही नये प्रतिमान स्थापित करता है।


अहंकार किसी व्यक्ति की सफलता में सबसे बड़ी बाधा है

मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम एवं भक्त हनुमान के बीच के संवाद का जिक्र करते हुए डा0 शर्मा ने कहा कि अहंकार किसी व्यक्ति की सफलता में सबसे बड़ी बाधा है। माता पिता किसी व्यक्ति के प्रथम गुरू होते हैं इसलिए उन्हें संकल्प लेना चाहिए कि जीवन में वे उन्हें कभी कष्ट नही पहुंचाएंगे। डा0 शर्मा का कहना था कि परिवर्तन जीवन का अभिन्न अंग है और इस सबके बीच अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करना अति आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिस दिन से आपके मन में ’’सर्वे भवन्तु सुखिनः’’ की भावना पैदा हो जाएगी उस दिन से आपका जीवन नई दिशा प्राप्त कर लेगा। उनका कहना था कि जब कठिन समय हो तो तनावग्रस्त नही होना चाहिए क्योंकि तनाव समस्याओं को जन्म देता है जब कि समाधान के लिए मुस्कराना होता है तथा मुस्कराने के लिए द्वेषभाव दूर करना होगा और द्वेषभाव दूर करने के लिए संयमित जीवन जीना होगा।


छोटी छावनी, अयोध्या में गुरु सम्मान समारोह 2024 एवं आईएएस, आईएफएस, आईपीएस प्रतियोगिता में चयनित प्रतिभागियों के अभिनंदन समारोह में विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक दिनेश जी की अध्यक्षता एवं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपक राय के आतिथ्य में अति विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ दिनेश शर्मा पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं सांसद राज्यसभा ने चयनित अधिकारियों को संबोधित किया।इस अवसर पर मंत्री छत्तीसगढ़ एवं पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी, केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा, संकल्प फाउंडेशन के अभिभावक संतोष तनेजा, संकल्प संस्था के डाक्टर प्रसन्ना कुमार, अभिषेक गर्ग, अशोक अग्रवाल, पूर्व आईएएस अधिकारी संतोष मिश्रा, दिनेश नंदवाना एवं कमिश्नर अयोध्या मंडल, जिलाधिकारी अयोध्या अनुज झा, प्रभु दयाल आदि उपस्थित रहे।

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