खुद को हनुमान भक्त बताते हैं ये EX CM, राम मंदिर निर्माण से पहले करेंगे ऐसा काम

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की गूंज अब मध्य प्रदेश तक में भी सुनाई देने लगी है। 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होना है। पीएम मोदी, सीएम योगी और राज्यपाल आनंदीबेन भी इस कार्यक्रम में शामिल होने यहां आएंगे।

Update:2020-08-02 11:02 IST

भोपाल: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की गूंज अब मध्य प्रदेश तक में भी सुनाई देने लगी है। 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होना है। पीएम मोदी, सीएम योगी और राज्यपाल आनंदीबेन भी इस कार्यक्रम में शामिल होने यहां आएंगे।

इस बीच अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ का बड़ा बयान आया है। कमलनाथ ने कहा कि अयोध्या में मंदिर का निर्माण हर भारतवासी की सहमति से हो रहा है और ऐसा केवल भारत में ही संभव है।

उन्होंने खुद को हनुमान भक्त बताया। अपने गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा में उन्होंने हनुमान जी का भव्य मंदिर भी बनवाया है। अब खबर ये आ रही है कि कमलनाथ ने राम मंदिर के भूमि पूजन से एक दिन पहले अपने आवास पर हनुमान चालीसा का पाठ करने का निर्णय लिया है।

साथ ही उन्होंने कहा है कि 4 अगस्त के दिन सभी कांग्रेस कार्यकर्ता अपने-अपने घर पर हनुमान चालीसा का पाठ करें। कोरोना महामारी संक्रमण फैलने से रोकने की गाइडलाइन का पालन करते हुए यह पाठ किया जाए।

श्रीराम के नाम पर उर्मिला का जीवन समर्पित, 28 साल से नहीं गया है पेट में अन्न का दाना

दिग्विजय ने कही ये बात

5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के मुहूर्त पर दिग्विजय सिंह ने कहा इस देश में 90 फीसदी से ज्यादा हिंदू ऐसे होंगे जो मुहूर्त, ग्रह दशा, ज्योतिष, चौघाड़िया आदि धार्मिक विज्ञान को मानते हैं। मैं तटस्थ हूं, इस बार कि 5 अगस्त को शिलान्यास का कोई मुहूर्त नहीं है, ये सीधे-सीधे धार्मिक भावनाओं और मान्यताओं से खिलवाड़ है।

उन्होंने ये भी कहा कि हमारी आस्था के केंद्र भगवान राम ही हैं। और आज समूचा देश भी राम भरोसे ही चल रहा है। इसलिए हम सबकी आकांक्षा है कि जल्द से जल्द एक भव्य मंदिर अयोध्या राम जन्म भूमि पर बने और राम लला वहां विराजें। स्वर्गीय राजीव गांधी जी भी यहीं चाहते थे।

राम मंदिर भूमि पूजन पर कोरोना का साया, प्रशासन के सामने हैं ये चुनौतियां



बता दें कि 5 अगस्त को अयोध्या में भूमि पूजन का कार्यक्रम प्रस्तावित है। उसके एक दिन पहले 4 अगस्त को कमलनाथ के हनुमान चालीसा पाठ को भी उसी से जोड़ कर देखा जा रहा है। इसे लेकर बीजेपी नेताओं ने निशाना भी साधा है। वहीं, प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि बीजेपी को हनुमान चालीसा पाठ पर आपत्ति है। कांग्रेस की 15 महीने की सरकार में महाकाल, राम वनगमन पथ, गौशालाएं बनाईं, सीता मंदिर के लिए प्रयास किए, लेकिन बीजेपी की 15 साल की पिछली सरकार में ऐसा कोई भी प्रयास नहीं किया गया।

सेना से घिरेगी रामनगरी: आने-जाने पर रोक, इन सख्त नियमों का करना होगा पालन

Tags:    

Similar News