Ayodhya News: जनवरी तक रामपथ का हो जाएगा चौड़ीकरण, फिर शुरू होंगे अन्य कार्य
Ayodhya News: 13 किलोमीटर लंबे मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर नयाघाट बाजार के बाद शुक्रवार को बुलडोजर बाबू बाजार पहुंच गया, बीती रात इस बाजार में 10 दुकानें गिराई गईं।
Ayodhya News: रामपथ चौड़ीकरण के दायरे में आने वाले भवन स्वामियों से बैनामा लेने की प्रक्रिया दिसम्बर के अंत तक पूरा होने की संभावना है। एडीएम प्रशासन के अनुसार जनवरी 2023 तक चौड़ीकरण का कार्य पूरा करा लिया जायेगा। इसके बाद सड़क निर्माण सहित अन्य कार्य शुरू होंगे। इन कार्यों के लिए टेण्डर हो चुका है। सड़क के साथ विद्युत भूमिगत केबल, नाला और सीवर लाइन का निर्माण विभागीय समन्वय से एक साथ कराया जायेगा।
बताते चलें कि सआदतगंज बाईपास से श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या तक शहरी क्षेत्र में पड़ने वाले मार्ग का चौड़ीकरण होना है। यह रामपथ सआदतगंज से लेकर सिविल लाइंस, रिकाबगंज, नियावां, गुदड़ीबाजार, साहबगंज, बेनीगंज होते हुए नयाघाट तक बनेगा।
रामपथ की लम्बाई करीब 13 किलोमीटर है। इसकी चौड़ाई सआदतगंज से हनुमानगढी तक 30 मीटर (15 मीटर एक तरफ), हनुमानगढ़ी से रिकाबगंज चौराहे के करीब 800 मीटर पहले तक 41 मीटर (20.5 मीटर एक तरफ) और रिकाबगंज से नयाघाट तक 20 मीटर (10 मीटर एक तरफ) चौड़ी होगी।
13 किलोमीटर लंबे मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर नयाघाट बाजार के बाद शुक्रवार को बुलडोजर बाबू बाजार पहुंच गया, बीती रात इस बाजार में 10 दुकानें गिराई गईं। प्रशासन की रफ्तार देख लोग अब दुकानें व मकान खुद तोड़ और खाली कर रहे हैं।
15561 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से भुगतान
प्रभावित हो रहे दुकानदार और भवन स्वामी अपनी सम्पत्ति राज्यपाल के नाम बैनामा कर रहे हैं। जिन्हें मुआवजे के तौर पर 15561 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से भुगतान किया जा रहा है। यह बैनामा स्टाम्प शुल्क फ्री है। अब तक करीब 150 बैनामे हो चुके हैं। सआदतगंज से नयाघाट तक 4 चरणों में रामपथ चौड़ीकरण का प्रोजेक्ट है। सआदतगंज बाईपास से 0.35 कि.मी. सिविल लाइंस तक सड़क पूरी तरह से साफ है। यहां किसी भी व्यक्ति को कोई मुआवजा नहीं दिया जाना है।
चौड़ीकरण की जद में लगभग 2600 दुकान व भवन आ रहे हैं। चौड़ीकरण का मुख्य कार्य रिकाबगंज से नियावां, नियावां से टेढ़ीबाजार और टेढ़ी बाजार से नयाघाट तक किया जाना है। रिकाबगंज से नयाघाट तक अनुमानित 1000 बैनामे होने हैं। अब तक 150 बैनामे हो चुके हैं।
भवन स्वामियों से बैनामा लेने की प्रक्रिया में जिला प्रशासन के साथ पीडब्ल्यूडी के जेई, रजिस्ट्री विभाग के कर्मचारी और 5 एसडीएम लगाये गये हैं। एडीएम प्रशासन अमित सिंह ने बताया कि मुआवजे की धनराशि कुर्सी रेट के आधार पर दिया जा रहा है। प्रति वर्ग मीटर 15561 रुपये कांस्ट्रक्शन लागत की दर से मुआवजा दिया जा रहा है। करीब 2000 दुकानदारों को पुनर्वास के लिए सहायता राशि दी जानी है। दुकानों के लिए यह सहायता राशि न्यूनतम 1 लाख और अधिकतम 10 लाख रुपये निर्धारित है। अब तक 600 दुकानदारों ने बैनामा करने की सहमति दे दी है। 400 की सहमति प्रक्रिया में है। मुआवजा देने की प्रक्रिया भी बनी है। यह मुआवजा भवन की चौड़ाई, गहराई व भवन की आयु के आधार पर दिया जा रहा है।