Ayodhya: गुजरात से आई 108 फीट की अगरबत्ती ने अयोध्या में बिखेरी खुशबू; नृत्यगोपाल दास की मौजूदगी में जलाई गई

Ayodhya :यह अगरबत्ती वडोदरा, गुजरात में निर्मित हुई है। इसकी सुगंध को कई किलोमीटरों तक महसूस किया जा सकता है, और यह क़रीब डेढ़ महीने तक जलती रहेगी।

Written By :  Aakanksha Dixit
Update: 2024-01-16 08:47 GMT

108 फीट लंबी अगरबत्ती देखी है source : newstrack 

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108 फीट लंबी अगरबत्ती

Ayodhya Ram Mandir :22 जनवरी का दिन किसी त्यौहार से काम नहीं है। प्रतिदिन कोई न कोई अद्भुत कार्य संपन्न होता रहता है। आज 16 जनवरी से, अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की सारी विधियां शुरू हो गईं हैं। इस दौरान, गुजरात से लाई गई 108 फीट की अगरबत्ती अयोध्या में जलाई गई है। यह अगरबत्ती जन्मभूमि के परिसर को सुगंधित करेगी और यह पूरी हर्बल तरीके से बनी है, जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा। महंत नृत्यगोपाल दास की मौजूदगी में इस अगरबत्ती को जलाया गया है।

डेढ़ महीने तक जलेगी यह अगरबत्ती

राम मंदिर के अनुष्ठान की शुरुआत के साथ ही आज इस अगरबत्ती को जलाया गया है। महंत नृत्यगोपाल दास ने जब इसे जलाया, तो लोगों ने जय श्रीराम के जयकारे लगाने शुरू कर दिए। यह अगरबत्ती आज से डेढ़ महीने तक जलेगी, और इस दौरान इसकी सुगंध कई किलोमीटर तक महसूस की जा सकेगी। प्राण प्रतिष्ठा के बाद भी, इस अगरबत्ती की सुगंध से रामनगरी महकती हुई नज़र आएगी।

क्या है इसकी खासियत 

यह अगरबत्ती गुजरात के वडोदरा में निर्मित की गई है, जिसकी ऊँचाई 108 फीट और चौड़ाई 3.5 फीट है। इसका वजन 3,610 किलोग्राम है और इसे 376 किलो गुग्गल, 376 किलोग्राम नारियल के गोले, और 190 किलो शुद्ध देसी घी से तैयार किया गया है। इसके अलावा, इसमें 1470 किलो गाय का गोबर और 420 किलोग्राम जड़ी बूटियाँ मिलाई गईं हैं। इस अगरबत्ती का निर्माण गुजरात के वडोदरा में रहने वाले विहा भारवाड़ ने किया है। उन्होंने बताया कि इस धूपबत्ती की ऊँचाई कुतुबमीनार की ऊंचाई के क़रीब-करीब आधा है।

पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन 

आज से राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अनुष्ठान और विधि विधान से पूजा आरंभ हो गई है। आज सरयू नदी के किनारे भगवान विष्णु की पूजा होगी और गौ दान किया जाएगा। इसके बाद, 17 जनवरी को रामलला की मूर्ति का राम मंदिर में प्रवेश होगा और उसके बाद कई तरह के अनुष्ठान और विधियाँ की जाएंगी। 22 जनवरी तक, सभी प्रक्रियाएं पूर्ण होंगी। उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके बाद, मंदिर का श्रद्धालुओं के लिए उद्घाटन किया जाएगा।

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