Ayodhya News: होने जा रहा बहुत बड़ा काम, विहिप दिखाएगा अपनी ताकत

Ayodhya News: केंद्रीय मंत्री और अखिल भारतीय प्रमुख देव जी भाई ने आज यहां कहा कि विहिप का सामाजिक समरसता विभाग आगामी सत्रह अक्टूबर को वाल्मीकि जयंती पर देश के दस हजार स्थानों पर विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों को आयोजित

Report :  NathBux Singh
Update:2024-09-22 20:07 IST

Ayodhya News ( Pic- Newstrack)

Ayodhya News: विहिप केंद्रीय मंत्री और अखिल भारतीय प्रमुख देव जी भाई ने आज यहां कहा कि विहिप का सामाजिक समरसता विभाग आगामी सत्रह अक्टूबर को वाल्मीकि जयंती पर देश के दस हजार स्थानों पर विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों को आयोजित कर समाज से ऊंच नीच अपृश्यता के कुंठित भाव को समाप्त करने के लिए व्यापक जनजागरण करेगा।

श्री देव जी भाई कारसेवकपुरम् में अवध प्रांत के दो दिवसीय सामाजिक समरसता विभाग के वर्ग में सम्मिलित होने के लिए आये थे। इस दौरान उन्होंने कहा भारत को सामाजिक समन्वय के आधार पर ही एक सूत्र में बांधा जा सकता है। समाज को खंडित करने के लिए अनेक प्रकार के कुचक्र विधर्मियों द्वारा चलाये जाते रहे हैं। जबकि हिन्दू सर्वे भवन्तु सुखिनः के मंत्र को आत्मसात करके सभी के कल्याण का संदेश देता आ रहा है।

उन्होंने बताया कि आगामी 16 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक देश के दस हजार स्थानों पर वाल्मीकि जयंती पर अपृश्यता मुक्त भारत समरसता युक्त भारत के संकल्प को चरितार्थ करते हुए, तीन दिनों तक सहभोज, कन्यापूजन, समरसता यज्ञ, समरसता गोष्ठियों का आयोजन दस हजार स्थानों पर होगा।

उन्होंने कहा संत महापुरुषों को किसी एक जाति में नहीं रखा जा सकता है, वह समग्र समाज के बिम्ब हैं। जिनके व्यक्तित्व और कृतित्व की सद्प्रेरणा से समाज अपने जीवन मूल्यों के प्रति आज भी संवेदनशील है। उन्हों ने कहा यह देश सामाजिक रुप से एक था लेकिन कुछ बाहरी तत्वों ने यहां आकर इसकी सामाजिक एकता को खंडित करने का प्रयास किया जो आज भी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को साधने के लिए जारी है।

विहिप की स्थापना ही सामाजिक धार्मिक और हिंदुत्व के संवर्द्धन के लिए हुई है। हम अपने इस पवित्र लक्ष्य के प्रति जागरूक और निष्ठावान है। यह अक्टूबर माह में होने वाला कार्यक्रम देश में व्यापक संदेश देने वाला होगा। इसकी तैयारी प्रारंभ हो गयी है। दो दिवसीय अवध प्रांत के इस सामाजिक समरसता के वर्ग का उद्देश्य कार्यक्रम की तैयारी को लेकर था जिसमें पच्चीस जिलों के पदाधिकारी सम्मिलित हुए।

Tags:    

Similar News