Ayodhya Ram Janmbhoomi: राम जन्मभूमि पर खुदाई में मिले प्राचीन मंदिर के अवशेष, चंपत राय ने जारी की तस्वीर
Ayodhya Ram Janmbhoomi: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने खुदाई के दौरान मिले प्राचीन मंदिर के अवशेष की तस्वीर जारी की है। इसमें कई मूर्तियां और पिलर दिख रहे हैं।
Ayodhya Ram Janmbhoomi: प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है। अगले साल जनवरी में राम मंदिर का उद्घाटन होना है, जिसके लिए अभी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इन सबके बीच श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने खुदाई के दौरान मिले प्राचीन मंदिर के अवशेष की तस्वीर जारी की है। इसमें कई मूर्तियां और पिलर दिख रहे हैं।
मंगलवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर इसकी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, श्री रामजन्मभूमि पर खुदाई में मिले प्राचीन मंदिर के अवशेष। इसमें अनेकों मूर्तियां और स्तंभ शामिल हैं। शेयर की गई तस्वीर में दर्जन भर से अधिक मूर्तियां, स्तंभ, शिलाएं आदि नजर आ रही हैं। इन शिलाओं में देवी-देवताओं की कलाकृतियां उभरी हुई हैं। तस्वीर में मंदिरों में लगने वाले स्तंभ भी दिख रहे हैं। ये सभी अवशेष एक जगह इकट्ठा करके रखे गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, जब मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था तब करीब 40 से 50 फीट की खुदाई की गई थी। उसी दौरान ये अवशेष मिले थे। अयोध्या के साधु-संतों का दावा है कि खुदाई में मिली ये सारी वस्तुएं सैंकड़ों साल पुरानी हैं। कहा ये भी जा रहा है कि इन अवशेषों को रामलला के भव्य मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रखा जाएगा। बता दें कि इससे पहले साल 2002 में एएसआई के द्वारा की गई खुदाई के दौरान भी प्राचीन मंदिर के काफी अवशेष मिले थे। यही वजह रही कि रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में हिंदू पक्ष का दावा शुरू से लेकर अंत तक मजबूत बना रहा।
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर बैठक
अयोध्या में बन रहे रामलला के भव्य मंदिर के उद्घाटन का समय नजदीक आ रहा है। अगले साल मकर संक्राति के आसपास प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर अयोध्या में आज भवन निर्माण समिति ने अहम बैठक बुलाई है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातकर मकर संक्राति से 26 जनवरी के बीच का दिन निश्चित किया जाएगा।
बता दें कि राममंदिर के उद्घाटन में प्रधानमंत्री मोदी के शरीक होने पर सियासत भी शुरू हो गई है। विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी पर भगवान राम का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है। शिवसेना (उद्धव) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने तो उद्घाटन के दौरान 2002 के गोधरा कांड जैसी घटना होने की आशंका जता दी है।