Ayodhya Ram Mandir: दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक गंतव्य बनेगा अयोध्या धाम, मक्का व वैटिकन से ज़्यादा श्रद्धालु करेंगे दर्शन
Ayodhya Ram Mandir: जेफरीज कंपनी के अनुमान के मुताबिक़ साल में पचास मिलियन श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने का अनुमान है।
Ayodhya Ram Mandir: मुसलमानों के तीर्थ मक्का और ईसाइयों के वैटिकन सीटी को भी हिंदुओं का तीर्थ धाम अयोध्या पीछे छोड़ देगा। यह केवल श्रद्धालुओं के आगमन व दर्शन के लिहाज़ से ही नहीं बल्कि आर्थिक विकास के मामले में भी देखने में आयेगा। इस अनुमान का अंदाज विदेशी ब्रोक्रेज कंपनी जेफरीज द्वारा जारी रिपोर्ट में लगाया गया है।जेफरीज कंपनी के अनुमान के मुताबिक़ साल में पचास मिलियन श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने का अनुमान है। यह आँकड़ा मक्का व वैटिकन सीटी जाने वालों से कहीं बहुत ज़्यादा है। श्रद्धालुओं के लिहाज़ से वैश्विक स्तर पर अयोध्या दुनिया में धारा कि रुप से सबसे महत्वपूर्ण गंतव्य बन कर उभरने वाला है।
रिपोर्ट कहती है कि अयोध्या के विकास पर दस बिलियन डॉलर खर्च करने का जो काम राज्य सरकार ने किया है। इस धनराशि से अयोध्या में एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन , रोड, जन सुविधाएँ , ठहरने के लिए होटल आदि इंफ़्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था की जो गई है, वह इस धार्मिक नगरी को अंतरराष्ट्रीय पैमाने पर लान में नि: संदेह कामयाब होगी। रिपोर्ट के मुताबिक़ नये भव्य व दिव्य राम मंदिर पर 225 मिलियन डॉलर खर्च किया गया है।
भारत की अर्थव्यवस्था की बढ़ोतरी में सहायक
रिपोर्ट बताती है कि अयोध्या के विकास व राम मंदिर को दर्शनार्थियों के लिए खोले जाने के बाद यह भारत की अर्थव्यवस्था की बढ़ोतरी में बेहद सहायक साबित होगा।रिपोर्ट के मुताबिक़ तकरीबन 175 मिलियन डॉलर खर्च कर के तैयार किये गये अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट के मार्फ़त दस लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुँचने का रास्ता साफ़ हुआ है। 2025 तक यह आँकड़ा बढ़ कर सोलह लाख तक पहुँचने की उम्मीद रिपोर्ट में जताई गई है।
रिपोर्ट बताती है कि रेलवे के मार्फ़त रोज़ाना तकरीबन साठ हज़ार यात्री अयोध्या दर्शन के लिए पहुँचेंगे। यहाँ 1200 एकड़ में टाउनशिप प्लान की गई है। यह भी अयोध्या आने जाने वालों के लिए कम आकर्षण का सबब नहीं होगी। रिपोर्ट बताती है कि कोविड से पहले के वित्तीय वर्ष 2019 में पर्यटन से भारत को 194 बिलियन डॉलर की आय हुई थी। जबकि राम मंदिर व अयोध्या के बाद पर्यटन के क्षेत्र में आठ फ़ीसदी के बढ़ोत्तरी का अनुमान है। 8 फ़ीसदी सालाना बढ़ोतरी के बाद 2033 तक इस धनराशि के 443 बिलियन डॉलर पहुँचने की उम्मीद की जानी चाहिए। भारत के पर्यटन में सबसे बड़ा हिस्सा धार्मिक पर्यटन का ही है। पर देश का धार्मिक पर्यटन केवल 30 मिलियन श्रद्धालुओं को ही आकर्षित कर पाता है। जबकि अयोध्या धाम के बाद धार्मिक पर्यटन के क्षेत्रों व्यापक बदलाव की उम्मीद है।