Ayodhya : सीएम योगी के गोद लिए वनटांगियों ने अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में मचाई धूम
Ayodhya : सीएम योगी आदित्यनाथ के गोद लिए वनटांगियों के ग्रुप ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम मचाई।
Ayodhya Ram Mandir : राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्य संपन्न होने के बाद कई आयोजन भी किये गए। जिसमे बहुत से लोगों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्हीं लोगों में से एक है वनटांगिया समुदाय। जिन्होंने प्राण प्रतिष्ठा पर अपने नृत्य का प्रदर्शन किया। सीएम योगी आदित्यनाथ के गोद लिए वनटांगियों के ग्रुप ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम मचाई। बाल कलाकारों ने कहा की जब कपड़े पहन कर अच्छे से मेकअप किया तो खुद को ही नहीं पहचान पाए। तिकोनिया नंबर तीन के वनटांगियों की टीम ने कहा कि जीवन में कभी नहीं सोचा था कि यहां तक आएंगे। हमें अपार खुशी है कि भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का हिस्सा बन मंच पर अपनी प्रस्तुति दी। यह टीम जी 20 समारोह में भी अपनी प्रस्तुति दे चुकी है।
कौन है वनटांगिया समुदाय
उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में एक प्रमुख शहर है गोरखपुर, जो प्राचीन काल से ऐतिहासिक टूर पर भी महत्वपूर्ण है। इस शहर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जनपद भी माना जाता है। साथ ही, योगी आदित्यनाथ जिस नाथ पंथ से संबंधित हैं, उसका मुख्यालय गोरखनाथ मंदिर एवं मठ भी इसी स्थान पर स्थित हैं। योगी आदित्यनाथ इस मठ के पीठाधीश्वर भी हैं। गोरखपुर से सटा हुआ एक कुसम्ही जंगल है, जिसमें "वनटांगिया बस्ती जंगल" भी स्थित है और यहां पिछले कई वर्षों से योगी आदित्यनाथ ने दीपावली के आयोजन की शुरुआत की है। इस दिन, सुबह की रोजमर्रा की गतिविधियों के बाद, योगी इस बस्ती में अपने समर्थकों के साथ जाते हैं और यहां प्राइमरी स्कूल के अस्थाई ढांचे में बच्चों और स्थानीय लोगों से मिलते हैं।
इस अवसर पर, गांव के किसी स्कूल में एक सामूहिक आयोजन जैसी भावना होती है। बच्चों को सुनने, प्रेरित करने और पढ़ाई के प्रति उत्साहित करने के बाद, सभी को स्कूली बैग, साल भर के लिए उपयोगी स्टेशनरी, मिठाई और दीपावली मनाने के लिए आतिशबाजी के कुछ सामान देते हैं। मंदिर वापस आने के पहले उनका एक पड़ाव बेतियाहाता स्थित चन्द्रलोक कुष्ठाश्रम होता था। वहां भी वनटांगिया बस्ती जैसा ही कार्यक्रम होता था।
मुख्यमंत्री ने लिया गोद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस समुदाय के लोगों को रोटी, कपड़ा, मकान देने का कार्य तो किया ही है इसके साथ ही शिक्षा और संस्कृति से भी जोड़ने का काम कर रहे हैं। यह इन सभी के जीवन में अद्भुत बदलाव की घड़ी है। इनके इस गांव को मुख्यमंत्री ने गोद ले रखा है। जिनमे कोई बकरी चराता था तो कोई गोबर का उपला बनाता था। अब ये सभी लोग पढाई करते हैं। गीत व नृत्य में पारंगत हो रहे हैं। जी 20 में प्रस्तुति देने के साथ ही गंगा महोत्सव, मथुरा, गोरखपुर महोत्सव में प्रस्तुति दी है। इन सबके बाद अयोध्या में अपनी प्रतिभा दिखाई हैं।