Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा से 24 घंटे पहले रामनगरी सील, जानिए किसको मिल सकता है प्रवेश; अयोध्यावासियों के लिए ये नियम लागू
Ram Mandir : अयोध्या धाम की सीमाएं शनिवार रात से ही सील कर दी गई हैं, और बिना पास के किसी को भी अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। कार्यक्रम के दौरान छतों पर सशस्त्र जवानों की तैनाती की गई है।
Ram Mandir: 22 जनवरी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को मात्र एक दिन बाकी रह गया है। पूरे भारतवर्ष के लोगों का इंतज़ार समाप्त होने वाला है। रामनगरी में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम उत्सव के दौरान सभी सीमाएं सख्ती से सुरक्षित की गई हैं। जिले और अयोध्या धाम की सीमाएं शनिवार रात से ही सील कर दी गई हैं, और बिना पास के किसी को भी अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। सुरक्षा एजेंसियों ने मुख्यमंत्री समेत अन्य अतिथियों के मार्ग पर बने मकानों का सत्यापन किया है, और कार्यक्रम के दौरान छतों पर सशस्त्र जवानों की तैनाती की गई है।
अयोध्या धाम हुआ सील
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आयोजन के संबंध में रामनगरी में तगड़ा सुरक्षा इंतजाम किया गया है। अयोध्या धाम के सभी मार्गों पर जैसे उदया चौराहा, साकेत पेट्रोल पंप, रानोपाली, टेढ़ी बाजार, मोहबरा, बूथ नंबर चार, बालूघाट, नयाघाट, रेलवे स्टेशन आदि में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है। यहां सिविल पुलिस के अलावा अर्ध सैनिक बलों के जवान भी तैनात किए गए हैं और किसी को भी यहां से वाहन चलाकर अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। उदया चौराहा से लेकर लता मंगेश्कर चौक तक, दोनों पटरियों पर बैरिकेडिंग की गई है। दुकानों को बंद करने के निर्देश तो नहीं हैं, लेकिन उनके सामने भी बैरिकेडिंग की गई है, जिससे आवागमन को बाधित किया जा सके है। गलियों से प्रवेश करने के मार्ग भी बंद किए गए हैं। हर 100 मीटर के दूरी पर, सशस्त्र जवानों को तैनात किया गया है। साकेत महाविद्यालय से लेकर सरयू तट तक सड़क के दोनों ओर बने मकानों में रहने वालों का सत्यापन हुआ है। यहां किसी को भी प्रशासन की अनुमति के बिना नहीं रखने के निर्देश दिए हैं। इन मकानों में ठहरने वालों की गतिविधियों पर ड्रोन कैमरों और अन्य तकनीकों से नजर रखी जा रही है।
एसपीजी के नियंत्रण में कार्यक्रम स्थल
प्रधानमंत्री के आगमन से पहले, एक और दल एसपीजी अयोध्या पहुंचा। अधिकारियों के साथ बैठक करके कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा व्यवस्था अपने नेतृत्व में ले ली है। पांच स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था में शामिल सभी सुरक्षा एजेंसियों के जवानों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं। वीआईपी लोगों के स्थानों और होटलों पर भी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है, और यहां आने-जाने और ठहरने वाले सभी लोगों की गतिविधियों को लेकर सभी एजेंसियां सतर्क हैं और कड़ी निगरानी रखी जा रही है।