Ayodhya: जनसमस्याओं को लेकर सपा का प्रदर्शन, CM योगी को सौंपने जा रहे थे ज्ञापन, पुलिस ने बीच में ही रोका
Ayodhya News: सिटी मजिस्ट्रेट ने जन समस्याओं से संबंधित 08 सूत्रीय ज्ञापन लेकर मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की बात कही। पूर्व मंत्री पाण्डेय ने कहा कि, 'शहर से लेकर गांव तक समस्याओं का अंबार लगा है।
Ayodhya News: जनसमस्याओं को लेकर पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय पवन (Tejnarayan Pandey Pawan) के नेतृत्व में शनिवार (11 नवंबर) को समाजवादी पार्टी कार्यालय से कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री सीएम योगी को ज्ञापन देने के लिए एक जुलूस निकाला। जिसे प्रशासनिक अधिकारियों ने रीडगंज चौराहे पर रोक लिया। यहां सपा कार्यकर्ताओं ने नारा लगाया और बीजेपी सरकार पर हल्ला बोला।
सिटी मजिस्ट्रेट ने जन समस्याओं से संबंधित 08 सूत्रीय ज्ञापन लेकर मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की बात कही। पूर्व मंत्री पाण्डेय ने कहा कि, 'शहर से लेकर गांव तक समस्याओं का अंबार लगा है। लेकिन, प्रदेश सरकार इन तमाम चीजों को जानते हुए भी शांत बैठी है। आमजन को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री से क्या है मांग?
1- राम पथ एवं चौदह कोसी परिक्रमा के नाम पर जो दुकानें एवं मकान तथा भूमि अधिग्रहण सरकार के द्वारा किया गया है जिसमें भारी अनियमितता है। उसकी जांच कराकर सही मुआवजादुकानदारों और मकान मालिकों को दिया जाय।
2- श्री रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण का सर्वोच्च न्यायालय से फैसला आने के बाद कितने नेताओं और अधिकारियों ने भूमि खरीद फरोख्त अपने परिजनों एवं रिश्तेदारों के नाम से लिया है उसकी सूची प्रकाशित की जाय।
3-अयोध्या में चारों तरफ प्रदूषण है ऐसा प्रतीत होता है कि देश की राजधानी दिल्ली से भी ज्यादा है उसके निराकरण के लिए सरकार को उचित कदम उठाना चाहिए।
4- बेरोजगारी चरम पर है। परमानेंट नौकरी की जगह ठेका प्रथा ने लिया है। जहां देखो वहां कमीशनबाजी का शोर मचा है। परमानेंट वैकेंसी निकाली जाय।
5- डेंगू से लोगी की जान जा रही है जांच के नाम पर लोगों को शोषण किया जा रहा है। अस्पताल में दवाइयां व बेड उपलब्ध नहीं है। इस कारण लोगों को प्राइवेट अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है। दवाएं बाहर से डॉक्टर लिख रहे हैं।
6- साधु-महात्माओं और अयोध्या वासियों की जमीन दरिया बुर्ज और नजूल घोषित करके जबरन अधिग्रहण कर संतों को ठगा जा रहा है जो कि निंदनीय है। उसकी जमीनों को अधिग्रहण से मुक्त कर उनको मालिकाना हक दिया जाय।
7- थाना, तहसील, अस्पताल लूट के अड्डे हो गये है बिना सुविधा शुल्क लिये आम जनता का कोई कार्य नहीं होता है। इस पर रोक लगायी जाय।
8- आदिकाल से नदी के किनारे नाव व मोटरबोट चलाकर व नदी के किनारे छोटी-छोटी गुमटी रखकर जीविकापार्जन करने वाले लोगों की चौड़ीकरण में दुकानें समाप्त हो गयी हैं। जीविकोपार्जन के लिये केवल मोटरबोट व नाव ही उनका सहारा बचा है। प्रशासन ने प्राइवेट कंपनियों के द्वारा मोटर बोट चलाना शुरू कर दिया है जिसके कारण नाविकों का नाव व मोटरबोट चलने से रोक दिया जा रहा है जिससे निषाद समाज के जीविकोपार्जन का संकट उत्पन्न हो गया है। हमारी मांग है कि निर्बाध रूप से नौका व मोटर बोट के संचालन की अनुमति दी जाए, जिससे गरीब परिवारों की जीविका चल सके।
इस अवसर पर मुख्य रूप से महानगर अध्यक्ष श्यामकृष्ण श्रीवास्तव, महासचिव हामिद जाफर मीसम, विधान सभा अध्यक्ष रक्षाराम यादव, ब्लाक अध्यक्ष तरजीत गौड़, महानगर उपाध्यक्ष श्रीचन्द यादव, प्रदेश सचिव मोहम्मद हलीम पप्पू, पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री अमृत राजपाल, जिला उपाध्यक्ष जेपी यादव, ओपी पासवान, जगदीश यादव, अंसार अहमद बब्बन, जगन्नाथ यादव, राकेश यादव, चौ0 बलराम यादव, पकंज पाण्डेय, तुलसीराम यादव, गोपीनाथ वर्मा, गौरव पाण्डेय, अखिलेश चतुर्वेदी, कौशल यादव, मंजीत यादव, राजकपूर बौद्ध, सुरेन्द्र यादव, मो0 शहबाज लकी, भगवानदीन निषाद, प्रदीप निषाद, इश्तियाक खाँ, अक्षत श्रीवास्तव, वीरेन्द्र गौतम, हरिराम वर्मा, शमसेर कुमार यादव, शशांक यादव, संजय तिवारी, संजीत सिंह, राजेश कोरी, आशीष वर्मा, पंकज शर्मा, संगम निषाद, सूर्यभान यादव, जितेन्द्र यादव, जय प्रकाश, रवि यादव, सन्टी तिवारी आदि लोग मौजूद रहे।