Ayodhya News: प्रभु श्रीराम का तिलकोत्सव 18 नवम्बर को, तिलकहरुओं का आगमन शुरू

Ayodhya News: तिलक उत्सव समारोह के लिए रामसेवकपुरम परिसर में तैयार किए गए मंच पर राम के स्वरूप में सज्जित 18 वर्षीय युवक को आटे से बनाए गए चौक अथवा सिंहासन पर विराजित किया जाएगा।

Report :  NathBux Singh
Update:2024-11-16 11:57 IST

प्रभु श्रीराम का तिलकोत्सव 18 नवम्बर को (न्यूजट्रैक)

Ayodhya News: प्रभु श्रीराम का शुभ तिलकोत्सव 18 नवम्बर (सोमवार) को दोपहर दो बजे पूरे विधि-विधान पूर्वक संपन्न होगा। माता सीता के मायके नेपाल के जनकपुरधाम से पहली बार 300 से अधिक जनकपुरवासी तिलकहरुओं में से कुछ का शनिवार से आगमन शुरू हो गया है। तिलकहरुओं को सम्मान और सुविधा पूर्वक ठहराने के लिए कारसेवकपुरम, अभयदाता हनुमान आश्रम, विवेक सृष्टि, माता सरस्वती देवी मंदिर, तीर्थ क्षेत्र भवन में व्यवस्था की गईं है। तिलक उत्सव समारोह के लिए रामसेवकपुरम परिसर में तैयार किए गए मंच पर राम के स्वरूप में सज्जित 18 वर्षीय युवक को आटे से बनाए गए चौक अथवा सिंहासन पर विराजित किया जाएगा।

जनकपुर के तिलकहरू अपने साथ कांसे के थाल, दो कटोरी, गिलास, चम्मच आदि पांच परम्परागत बर्तनों सहित अन्य बर्तन लाएंगे। इसके अलावा पीली धोती, गमछा, करधनी (डाड़ा), हल्दी गांठ, चंदन गांठ (मुट्ठा), धान, पीले चावल, दूर्वा (दूब घास), पान, इलायची, सुपारी (पुंगी फल), यज्ञोपवीत (जनेऊ), चांदी के सिक्के, आदि परंपरागत वस्तुएं तिलक समारोह के दौरान राम के स्वरूप को भेंट की जाएगीं।

श्री रामजी का तिलक चढ़ाने के लिए सीता जी के छोटे भाई की भूमिका जानकी मंदिर जनकपुर के छोटे महंत रामरोशन दास जी निभाएंगें। इस पल के साक्षी बनने के लिए जनकपुर मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह अपने आधा दर्जन मंत्रियो के साथ उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा विशिष्ट अतिथि के रूप मे जनकपुर के मेयर (महापौर) मनोज कुमार शाह नेपाल के अन्य तीन मेयर के साथ मौजूद रहेंगे। तिलकहरुओं के स्वागत भोजन में स्वादिष्ट आलू टिक्की, पापड़ी चाट, छोला, चावल, पूड़ी, मिक्स सब्जी, रायता, पापड़, हलवा आदि का इंतजाम किया गया है। वेद आचार्यो के मन्त्रोंच्चार के बीच तिलक चढ़ाया जायेगा। साथ ही अयोध्या की महिलाओ की टोली तिलक पर अवध क्षेत्र में गाए जाने वाले परम्परागत लोकगीतों का मंगलगान करेंगी।

6 दिसंबर को होगा प्रभु श्रीराम-सीता विवाह

छह दिसंबर को श्रीराम फूलों से सजी पालकी सवार होकर भव्य बारात लेकर जनकपुर स्थित रंगभूमि मैदान पहुंचेंगे। हिंदू मान्यताओं के अनुसार माता सीता का स्वयंवर इसी जगह पर हुआ था। बारात के यहां पहुंचने के बाद श्रीराम की आरती उतारी जाएगी। जनकपुरवासी अपने दामाद को फूलों की वर्षा कर स्वागत करेंगे। इसके पश्चात पालकी नगर परिक्रमा के लिए निकलेगी और फिर राम जानकी मंदिर पहुंचेगी। जहां विधिवत और बेहद धूमधाम प्रभु श्रीराम और माता सीता का विवाह संपन्न होगा। नगर परिक्रमा के दौरान लाखों लोग एकत्रित रहेंगे।

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