Azamgarh: UPSC परीक्षा में आजमगढ़ की आकांक्षा सिंह और हार्दिक चंदेल को मिली सफलता
Azamgarh News: संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज परीक्षा पास कर आकांक्षा सिंह व हार्दिक चंदेल ने जनपद का नाम रोशन कर दिखाया।
Azamgarh News: 17अप्रैल आजमगढ़ के बूढ़नपुर निवासी आकांक्षा सिंह को संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता मिली है। आकांक्षा सिंह ने 44वीं रैंक हासिल कर पूरे जनपद का नाम रोशन किया है। आकांक्षा सिंह वर्तमान मे झारखंड के रांची विश्वविद्यालय में भूगोल विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात हैं। आकांक्षा के पिता चंद्र कुमार सिंह बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे। सेवानिवृत होने के बाद वह परिवार के साथ वाराणसी में रहते हैं। आकांक्षा की प्राथमिक शिक्षा जमशेदपुर से हुई। इसके बाद उन्होंने डीयू से ग्रेजुएशन किया। जेएनयू से भूगोल में मास्टर डिग्री हासिल करने के साथ ही एमफिल की। उन्होंने अपने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता गुरुजनों और भाई को दिया।
संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज परीक्षा पास कर आईएएस अधिकारी बने हार्दिक चंदेल ने जनपद का नाम रोशन कर दिखाया। इंजीनियर पिता और गृहणी माता के सपनों को पंख लगाने वाले सपूत की इस उपलब्धि पर जहां गांव में जश्न मनाया जा रहा है। वही मऊ जिले के पकड़ी गांव स्थित ननिहाल में भी मिष्ठान वितरण कर खुशी का इजहार किया।
डिवीजन में मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हार्दिक चंदेल
निजामाबाद के गंधवई गांव के रहने वाले हार्दिक चंदेल को 304 रैंक मिली है। इससे पहले 2022 की परीक्षा में भी उन्हें सफलता मिली थी तब उन्हें 764 रैंक मिली थी। वर्तमान में वह दिल्ली के दरियाबाद में सब डिवीजन में मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हैं। गंधवई गांव निवासी अरुण कुमार सिंह गुड़गांव की एक कंपनी में इलेक्ट्रिक इंजीनियर है। वह परिवार के साथ गाजीयाबाद में रहते हैं,उनके बेटे हार्दिक ने गाजियाबाद से शुरुआती शिक्षा ग्रहण की इसके बाद कुरुक्षेत्र से बीटेक किया। फिर सिविल सेवा की तैयारी में जुड़ गए 2023 सिविल सेवा की परीक्षा में उन्हें दूसरी बार सफलता मिली है। हार्दिक की बहन अनन्या आईआईटी इंजीनियर है। हार्दिक चंदेल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता गुरुजनों और मित्रों को दिया।