Azamgarh News: ठंड का कहर शुरू, प्रशासन हुआ अलर्ट, जरुरतमंदो को नही मिला कंबल
Azamgarh News: जिला प्रशासन की माने तो ग्रामीण क्षेत्रों में 146 स्थानों पर अलाव जलाया जा रहे हैं। परन्तु तहसील व लालगंज अन्य मुख्य बाजारों पर अलाव नहीं जलाया जा रहा हैं।
Azamgarh News: शीतलहर का प्रकोप शुरू हो गया है। ठंड से लोगों की रूह कांप जा रही है। महिलाएं, बच्चे, पुरुष और वृद्ध ठंड से परेशान हैं। जानकारों का कहना है कि पहाड़ों पर भारी बर्फबारी के चलते पूरे उत्तर भारत में ठंड बढ़ गई है। इसके असर से मैदानों की सतह से ऊपर छायी कोहरे की घनी चादर ने दिन में तापमान पर अंकुश लगा दिया है।
ठंड का कहर शुरू होते ही जिला प्रशासन और शासन अलर्ट हो गया है। जिलाधिकारी आजमगढ़ नवनीत सिंह चाहल ने ठंड को देखते हुए रैन बसेरा का निरीक्षण किया। उन्होंने मातहतो को निर्देश दिया कि अपने-अपने क्षेत्रों में रैन बसेरा का निरीक्षण करके व्यवस्था को दुरुस्त करें। जिला प्रशासन की माने तो ग्रामीण क्षेत्रों में 146 स्थानों पर अलाव जलाया जा रहे हैं। परन्तु तहसील व लालगंज अन्य मुख्य बाजारों पर अलाव नहीं जलाया जा रहा हैं।
अपर जिलाधिकारी/ जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी आजाद भगत सिंह ने बताया कि जिले में 18 स्थानो पर रैन बसेरा( शेल्टर होम) बनाए गए हैं, इन रेन बसेरा में 290 लोगों को रहने की व्यवस्था की गई है। रैन बसेरा में ठंड से बचाव के लिए कंबल, बिस्तर के साथ अलाव का भी प्रबंध किया गया है। महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि शासन की ओर से मिले 40 लाख रुपए से जैम पोर्टल के माध्यम से 85 सौ कंबल खरीदे गए हैं, अब तक 53 सौ जरूरतमंदों को कंबल वितरित कर दिया गया है। इसके साथ ही अलाव के लिए शासन से मिले 4 लाख रूपये की धनराशि खंड विकास अधिकारियों को ग्राम पंचायतो की संख्या अनुसार उनके खाते मे भेज दी गयी है।
वृद्ध महिलाओं को कंबल न मिलने से लेखपाल को कोसा
तहसील लालगंज में ठंड का कहर शुरू होते ही ठंडक बढ़ने से लोग परेशान हैं। अलाव की व्यवस्था न होने के कारण लोग घरों में दुबके हुए हैं। तहसील लालगंज में लेखपाल द्वारा कम्बल वितरण के नाम पर लोगों को बुलाया गया था। काफी जरूत मंद लोग आये। जिसमे काफ़ी संख्या मे महिलाएं आयी थी।परंतु उनको कंबल न मिलने से निराश होकर लौटना पड़ा है। खनियरा गांव की निवासी सोमारी,समुद्री, दुर्गावती पत्नी स्व0 हरिशंकर आदि महिलाओं ने बताया कि कंबल वितरण के नाम पर हमको तहसील लालगंज में बुलाया गया था। परंतु हम लोग तहसील में भटक रहे हैं। न लेखपाल दिखाई दे रहे हैं। और कोई कर्मचारी सही बात नही बता रहा है। जिससे हम लोग निराश होकर घर वापस लौट रहे हैं।