Azamgarh News: पढ़ाई के लिए नहीं थे पैसे तो चुराया बच्चा, पुलिस ने किया गिरफ्तार

Azamgarh News: एनआईएस (स्पोर्टस कोच) की पढाई हेतु करीब तीन लाख रुपये की आवश्यकता थी। रकम जुटाने के लिए लिये सरोज ने अपने साथी सूरज कुमार व अन्य लोगों के साथ मिलकर सोमवार की देर रात अस्पताल से बच्चा चोरी

Report :  Shravan Kumar
Update: 2024-06-05 17:17 GMT

गिरफ्तार आरोपी। (Pic: Newstrack)

Azamgarh News: 5 जून आजमगढ़ के शहर कोतवाली पुलिस ने सोमवार की देर रात जिला महिला अस्पताल से चोरी गई नवजात बालिका की बरामदगी करते हुए वारदात को अंजाम देने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस ने अस्पताल एवं शहर क्षेत्र में लगे 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद हुई।

सीसीटीवी के जरिए हुई तलाश

जानकारी के अनुसार जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के हरसिंहपुर गांव निवासी चंदन पाल ने अपनी बहन को प्रसव के लिए जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया। बीते 30 मई को प्रसूता ने नवजात बालिका को जन्म दिया। तभी से जच्चा-बच्चा दोनों महिला अस्पताल में भर्ती थे। सोमवार की देर रात अस्पताल में आई एक महिला अपने बेड पर सोई महिला के बगल में सोई नवजात को चुरा ले गई। इसकी जानकारी होने पर महिला अस्पताल में हड़कंप मच गया। घटना की सूचना शहर कोतवाली पुलिस को दी गई। अस्पताल से बच्चा चोरी की सूचना पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में बच्चा चोरी की घटना कैद हो गई थी। इस आधार पर पुलिस ने अस्पताल के आसपास एवं शहर क्षेत्र में तमाम जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालने में जुटी।

रकम जुटाने के लिए चुराया बच्चा

पुलिस ने इस मामले में कंधरापुर क्षेत्र के मातनपुर गांव निवासी सरोज नामक महिला को चिन्हित कर लिया। बुधवार को पुलिस ने आरोपित महिला के घर छापेमारी कर चोरी गई नवजात बालिका की बरामदगी करते हुए सरोज को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में पकड़ी गई महिला ने बच्चा चोरी का जुर्म कबूल करते हुए राज खोला कि वह कंधरापुर क्षेत्र के बरईपुर गांव निवासी सुरज कुमार उर्फ पप्पू के साथ लगभग 6 वर्ष से रिलेशन में है। सूरज को एनआईएस (स्पोर्टस कोच) की पढ़ाई हेतु करीब तीन लाख रुपये की आवश्यकता थी। रकम जुटाने के लिए लिये सरोज ने अपने साथी सूरज कुमार व अन्य लोगों के साथ मिलकर सोमवार की देर रात अस्पताल से बच्चा चोरी कर उसे बेचने के लिए ग्राहक की तलाश में लगे थे। इसी दौरान सारे राज खुल गए। नवजात की बरामदगी कर उसे पीड़ित परिवार को सुपुर्द कर दिया गया। नवजात को पाकर पीड़ित परिवार ने राहत की सांस ली और पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया। पकड़ी गई महिला को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। 

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