Azamgarh News : डीएम ने लिया बड़ा फैसला, पांच गोवंशों की मौत मामले में सेक्रेटरी को किया निलंबित, मचा हड़कंप
Azamgarh News : प्रदेश के आजमगढ़ के विकास खंड मेंहनगर की ग्राम पंचायत कम्हरिया में संचालित अस्थायी गोआश्रय स्थल में बीते दिनों 5 गोवंशों में मौत हो गई है। इस घटना की जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्रवाई की है।
Azamgarh News : प्रदेश के आजमगढ़ के विकास खंड मेंहनगर की ग्राम पंचायत कम्हरिया में संचालित अस्थायी गोआश्रय स्थल में बीते दिनों 5 गोवंशों में मौत हो गई है। इस घटना की जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया है। बता दें कि डीएम ने श्रम रोजगार उपायुक्त राम उदरेज यादव आजमगढ़ एवं प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अनिल कुमार को तत्काल मौके पर संयुक्त रूप से जांच कर आख्या उपलब्ध कराए जाने हेतु भेजा गया था।
श्रम रोजगार उपायुक्त राम उदरेज यादव आजमगढ़ एवं प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने संयुक्त रूप से मौके पर पहुंचकर जांच की। क्षेत्रीय पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि 7 जुलाई को तीन गोवंश और 8 जुलाई को दो गोवंश की मौत हो गई है। उन्होंने गोवंशाें की मौत का कारण गौशाला में समुचित रख-रखाव न होना और अधिक उम्र होने के साथ-साथ कमजोर स्थिति को बताया है। जांच के दौरान यह तथ्य भी प्रकाश में आया कि मृतक गोवंशों के शव निस्तारण में अत्यधिक विलम्ब किया गया है। इसके साथ ही जांच में सामने आया कि ग्राम पंचायत कम्हरिया में कार्यरत सचिव/ग्राम विकास अधिकारी विशाल चन्द्रा की ओर से अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल में संरक्षित गोवंशों की देख-रेख में घोर लापरवाही बरती गयी है। इसके साथ ही ग्राम प्रधान सोनिया पत्नी मतलूब अंसारी ने भी अपने पदीय दायित्वों को ठीक से निर्वहन नहीं किया। उन्होंने गोवंशों के सुचारू उपचार एवं स्वास्थ्य परीक्षण में लापरवाही बरती है। क्षेत्रीय उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अनिल कुमार राय एवं पशुधन प्रसार अधिकारी अजीत कुमार यादव ने भी गोवंशों के स्वास्थ्य परीक्षण में घोर लापरवाही बरती है।
इन्हें जारी किया गया कारण बताओ नोटिस
प्रकरण में खण्ड विकास अधिकारी मेंहनगर श्वेतांक सिंह, जिनके पास विकास खण्ड मेंहनगर के साथ-साथ तरवां का भी प्रभार है, के शिथिल पर्यवेक्षण के लिए उत्तरदायित्व का निर्धारण किए जाने की संस्तुति की गई है। प्रकरण में जांच अधिकारी द्वारा प्रस्तुत उपरोक्त आख्या के आधार पर प्रथमदृष्टया दोषी पाए गए सचिव/ग्राम विकास अधिकारी विशाल चन्द्रा को निलम्बित कर दिया गया है। ग्राम प्रधान सोनिया पत्नी मतलूब अंसारी को अपने पदीय दायित्वों के निर्वहन में बरती गयी लापरवाही के लिए पंचायत राज एक्ट की सुसंगतधारा के अधीन कार्यवाही संस्थित की गई है। उक्त के अतिरिक्त मामले में डॉ. अनिल कुमार राय उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी मेंहनगर एवं अजीत कुमार यादव पशुधन प्रसार अधिकारी खरगपुर का उत्तरदायित्व निर्धारण की कार्यवाही की गयी है। साथ ही खण्ड विकास अधिकारी मेंहनगर श्वेतांक सिंह को उनके शिथिल पर्यवेक्षण के लिये कारण बताओ नोटिस निर्गत करते हुए अग्रेत्तर कार्यवाही अमल में लायी जा रही है।