Azamgarh News: सड़क पर उतरे वामपंथी दल, इस मांग को लेकर किया जोरदार प्रदर्शन
Azamgarh News: वामपंथी दलों ने मणिपुर हिंसा के विरोध में भाईचारा व एकजुटता दिवस मनाया।
Azamgarh News: आज़मगढ़ में मंगलवार को जिला मुख्यालय पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, सीपीएम, सीपीआईमाले के कार्यकर्ताओं ने मणिपुर की हिंसा के खिलाफ मणिपुर एकजुटता दिवस मनाया। जनता के बीच भाईचारा कायम करने तथा वामपंथी महिला नेताओं पर झूठे मुकदमे की वापसी को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय तक प्रतिवाद मार्च किया। राष्ट्रपति को संबोधित सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन डीएम को सौंपा गया।
डबल इंजन की सरकार कानून का राज कायम करने में फेल
वामपंथी दलों के कार्यकर्ता कुंवर सिंह उद्यान में एकजुट हुए। जिनके हाथों में सरकार की नाकामियों, जनविरोधी नीतियों की तख्तियां थी। जुलूस कुंवर सिंह उद्यान से एसपी कार्यालय के रास्ते नेहरूहाल होकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर सभा मे तब्दील हो गया। भाकपा जिला सचिव जितेंद्र हरि पांडेय ने कहा कि मणिपुर में हिंसा और उसपर लगातार प्रधानमंत्री की खामोशी दर्शाती है कि मणिपुर में डबल इंजन की सरकार कानून व्यवस्था का राज कायम करने में फेल है। मणिपुर के हालातों को जानने के लिए राष्ट्रीय महिला फेडरेशन की राष्ट्रीय सचिव एनी राजा और कॉमरेड निशा सिद्धू ने पहल की तो उनपर झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया गया। मणिपुर में शांति और एकजुटता की वामपंथी दलों की पहल का दूसरे सांसदों ने संसद भवन में सराहना की है।
महिलाओं के अपमान से देश हुआ शर्मसार
सीपीएम के जिलामंत्री का. रामजनम यादव ने कहा कि मणिपुर में जिस तरह दो महिलाओं को भीड़ द्वारा नग्न कर अपमानित किया गया, उससे देशभक्त नागरिक शर्मसार हैं। इस कृत्य से दुनियाभर के देशों में भारत की बेइज्जती हुई है और लोकतांत्रिक मर्यादा धूमिल हुई है। मणिपुर में संवाद और सुलह समझौते के आधार पर शांति बहाली के लिए मिलजुलकर प्रयास की जरूरत है। भाकपा माले के जिला प्रभारी का. विनोद सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति को ज्ञापन में मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त करने, म्यांमार की सीमा में घुसपैठ रोकने, आरक्षित भूमि पर अफीम की खेती बंद करने, जिन व्यक्तियों के पास गैर कानूनी हथियार हैं, उन्हें शस्त्र विहीन करने, पीड़ितों को मुआवजे का स्पेशल पैकेज देने, मणिपुर के राजमार्गों को खोलने, भारतीय महिला फेडरेशन की नेता एनी राजा और निशा सिद्धू के खिलाफ दायर मुकदमा वापस करने जैसी बातें कही गई हैं।
प्रदर्शन में इनकी रही मौजूदगी
विरोध प्रदर्शन के दौरान भाकपा के वरिष्ठ नेता इम्तेयाज बेग, रामाज्ञा यादव, खरपत्तू राजभर, मंगलदेव यादव, चंद्रमोहन यादव, श्यामा प्रसाद शर्मा, हरिगेन राम, सीपीएम के रामवृक्ष, राम निहोर, बसंत, हरिओम, रिजवान, लालमन, रामकृष्ण, मास्टर बशीर, रामअवध यादव, जियालाल, रामनेत यादव, रामलखन, मो शेख अबदुल्ला, रिजवान खां, अजय कुमार तिवारी, लालचंद यादव, नरेश आदि वामपंथी पार्टियों से जुड़े कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल रहे।