Azamgarh news: नेताजी सुभाष चंद्र बोस के त्याग और बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता: रामचन्दर प्रधान
Azamgarh News: मुख्य वक्ता व आयोजक रामचन्दर प्रधान ने कहा आजादी को दिलाने में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का त्याग, बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता।;
Azamgarh news: 23 जनवरी आजमगढ़ जनपद के तहसील लालगंज के अंतर्गत राम जानकी मैदान लालगंज पर विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई गई। सैकड़ो लोगों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। मुख्य वक्ता व आयोजक रामचन्दर प्रधान ने कहा आजादी को दिलाने में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का त्याग, बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा था कि "तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा "उनका यह नारा था। नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी तथा सबसे बड़े नेता थे।
भाजपा नेता पूर्व विधायक अरिमर्दन आजाद उर्फ पप्पू आजाद ने कहा कि आजादी की लड़ाई में नेताजी सुभाषचंद्र बोस का बड़ा योगदान रहा है।आजाद हिंद सरकार के 75 वर्ष पूर्ण होने पर इतिहास में पहली बार 2018 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किला पर तिरंगा फहराया। 23 जनवरी 2021 में नेताजी की 125वीं जयंती पर जिसे भारत सरकार के निर्णय के तहत पराक्रम दिवस के रूप में मनाया गया 18 सितंबर 2022 को नई दिल्ली में राजपथ जिसका नामकरण कर्तव्य पथ किया गया है पर नेताजी की विशाल प्रतिमा का अनावरण भी किया गया। प्रधान प्रदीप कुमार, अधिवक्ता विनोद कुमार, विजय कुमार, रमेश कुमार आदि सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
विद्यालय में मनाया गया नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती
इसी क्रम में श्री कृष्ण गीता राष्ट्रीय इंटर कॉलेज लालगंज में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्य जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य सर्वेश कुमार मिश्रा व संचालन गिरीश सिंह ने किया। मुख्य वक्ता समर बहादुर सिंह एडवोकेट ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम ऐसे महापुरुष की जयंती में उपस्थित हुए हैं जिनके त्याग व बलिदान कल्पना नहीं किया जा सकता।नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक महान नायक थे।जिन्होंने देश की आजादी की लड़ाई के लिए युवाओं में संगठित किया था। इस अवसर पर प्रधानाचार्य सर्वेश कुमार मिश्रा, धीरेंद्र सिंह, रामजन्म,नीरज सिंह,संजय कुमार,जमवंत निषाद, अरुण कुमार गिरी,राधेश्याम राजभर, अशोक यादव अभिषेक कमलेश,सुरेश,सतीश,श्याम सुंदर आदि लोग उपस्थित थे।