Azamgarh News: जमीन विवाद को लेकर सुनील राय हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार
Azamgarh News: दो माह पूर्व हुई ट्रैक्टर चालक सुनील राय की गोली मारकर हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस,जूता, मोबाइल आदि सामान बरामद किया है।;
Azamgarh News: दो माह पूर्व हुई ट्रैक्टर चालक सुनील राय की गोली मारकर हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस,जूता, मोबाइल आदि सामान बरामद किया है।
पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि बीते वर्ष 29 नवम्बर को काप्टनगंज थाना के देवहट्टा गांव निवासी सुनील राय, जब ट्रैक्टर से एक व्यक्ति के खेत की जुताई कर रहे थे तभी उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में विवेचना के दौरान तीन लोगों का नाम प्रकाश में आया। जिसके बाद स्वाट और कप्तानगंज थाने की पुलिस ने दो आरोपियों नितीश राय पुत्र सत्यदेव राय उर्फ पप्पू राय निवासी देवहट्टा थाना कप्तानगंज जनपद आजमगढ़, मौसम चौहान पुत्र उदयराज चौहान निवासी मालेपट्टी थाना कप्तानगंज जनपद आजमगढ़ को मालेपट्टी से गिरफ्तार किया ।
गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त एक जोड़ी जूता ABROS कम्पनी का सफेद कलर, एक अदद तमंचा .315 बोर, एक अदद खोखा कारतूस.315 बोर, एक अदद मोबाइल रंग काला POCO कम्पनी का बरामद किया गया। एसपी ने बताया की गिरफ्तार आरोपी नीतीश राय का अपने पड़ोसी सुनील कुमार राय उर्फ मुन्ना राय के परिवार से काफी दिनों से जमीन सम्बन्धी विवाद चल रहा है अक्सर सुनील कुमार राय उर्फ मुन्ना राय हम लोगों को भद्दी-भद्दी गाली देते रहते थे और बेइज्जत करते रहते थे जब मेरे बाबा स्व0 रामधारी राय की मृत्यु हुई थी।
सुनील कुमार राय व उनके परिवार के लोगों द्वारा उनके शव को उठने नहीं दिया जा रहा था। जिससे मेरे गाँव व आस पास के गाँव मे मेरे परिवार की बड़ी बदनामी हुई थी। उस समय हम लोग कमजोर होने के नाते अपने आप को शान्त कर लिये। इधर बीच फिर से मुन्ना राय मेरे घर के सामने से जाने वाले रास्ते मे मिट्टी पटवा दिये थे जिससे मेरे व उनके घर से विवाद हुआ था। जिससे क्षुब्ध होकर मैं और मेरे पिता द्वारा इनकी हत्या का प्लान बनाया गया व मेरे मित्र जिसका नाम मौसम चौहान पुत्र उदयराज चौहान निवासी मालेपट्टी थाना कप्तानगंज जनपद आजमगढ़ को पैसों का लालच देकर अपने साथ प्लान में शामिल किया गया। मेरे घर में पहले से देशी तमंचा मेरे पिता पप्पू राय द्वारा रखा गया था।
आरोपी ने आगे बताया, योजना के तहत पहले 22 नवंबर को हत्या करनी थी लेकिन मौका नहीं मिला। तो 29 नवंबर को अपने दोस्त मौसम चौहान को अपने मोबाइल नम्बर पर फोन करके बुलाया तो वह बड़सरा खालसा गाँव मे आकर मिला। वहाँ पर मेरे पिता भी मौजूद थे उनके द्वारा पुनः उसी तमंचे में एक कारतूस भरकर दिया गया और बताये कि केवल तुम्हे ट्रिगर दबाना है। उसके बाद हम लोग अपनी मोटर साइकिल सुपर इस्पलेण्डर से खालिसपुर फार्म हाउस के पास स्थित पुलिया पर पहुंच गये। करीब दो-तीन घण्टे तक सुनील राय उर्फ मुन्ना राय के ट्रैक्टर की रैकी करते रहे। मेरा दोस्त मौसम चौहान वहीं पुलिया के पास मोटर साइकिल लेकर खड़ा था। मैं पैदल ही भरा हुआ तमंचा लेकर तथा चेहरे पर मास्क लगाकर मुन्ना राय की हत्या करने के लिये नाले के किनारे किनारे नवली गाँव के सामने पहुंचा। जहां पर मुन्ना राय खेत की जुताई करने के लिए पहुचे थे। तब शाम होने वाली थी मैं लगभग आधा घण्टे तक वहीं छुपा रहा मुन्ना राय उसी समय त्रिवेणी प्रजापति के खेत मे जुताई करने के लिये आये तो मैं धीरे-धीरे उस खेत के मेड़ पर जाकर खड़ा हो गया। वहीं, कुछ दूरी पर त्रिवेणी प्रजापति व उसके भाई रामधनी खड़े थे। मैं मौके का इन्तजार कर रहा था जहां पर मुन्ना राय खेत की जुताई कर रहे थे। जैसे ही मुन्ना राय खेत की जुताई करते हुए मेरे सामने पहुचे मैंने उनके ऊपर सामने से फायर किया गोली मुन्ना राय के सीने मे लगी और वह ट्रैक्टर से नीचे गिर गये । तत्काल वहाँ से नाला पार करते हुए सून-सान इलाके तथा मौके का लाभ लेकर पुलिया के पास खड़े अपने दोस्त मौसम चौहान के पास पहुंचा तो मेरा जूता जो नाला पार करते समय भीग गया था । जिसमे काफी मिट्टी लगी थी मै अपने जूते को वही पुलिया के पीछे छिपा दिया और अपने मोबाइल के सिम को वही तोड़ कर फेक दिया और अपने पहने हुए कपड़े को भी जला दिया।