Azamgarh News: सांप के डसने से आंगनबाड़ी सहायिका सहित दो लोगो की मौत

Azamgarh News: सर्पदंश से आंगनबाड़ी सहायिका सहित दो लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही एक युवती अचेत हो गई। दीदारगंज थाना क्षेत्र के भादो निवासी सुनीता 42 पत्नी पारसनाथ राजभर आंगनबाड़ी सहायिका के पद पर कार्यरत थी।

Update:2023-07-25 21:04 IST

Azamgarh News: सर्पदंश से आंगनबाड़ी सहायिका सहित दो लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही एक युवती अचेत हो गई। दीदारगंज थाना क्षेत्र के भादो निवासी सुनीता 42 पत्नी पारसनाथ राजभर आंगनबाड़ी सहायिका के पद पर कार्यरत थी। रविवार को अपने खेत में धान की रोपाई करने गई थी कि शाम को वह खेत के मेड़ पर बैठी थी कि तभी उसे सांप ने डस लिया, परिजन उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने हालत गंभीर देख कर रेफर कर दिया। जौनपुर जिला अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। इसी क्रम में जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के मनिकाडीह गांव निवासी हाजी बशीर 70 वर्ष रविवार को घर के बाहर बरामदे में सोए थे, इसी दौरान उनके पैर में सांप ने डस लिया, इलाज के लिए परिजन दोहरीघाट ले गये। डॉक्टरों ने हालत गंभीर देख कर रेफर कर दिया। मऊ जनपद में उपचार के दौरान मौत हो गई। अतरौलिया थाना क्षेत्र के मगीतपुर निवासी वंदना 30 वर्ष पत्नी सुभाष रविवार को शाम घर में खाना बना रही थी कि इसी दौरान उसके पैर पर सांप डस लिया उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सर्पदंश सुरक्षा सप्ताह जन जागरूकता पहली बार मनाया जाएगा

बारिश के मौसम में सर्पदंश की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए अफसर अब गांव में घूम कर लोगों को जागरूक करेंगे, इसके लिए जिले में पहली बार 31 जुलाई से 6 अगस्त सर्पदंश सुरक्षा सप्ताह मनाया जाएगा। प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने सभी जिलों के डीएम को पत्र जारी कर इसका निर्देश दिया है कि बारिश के मौसम में जल जनित बीमारियों के साथ-साथ सर्पदंश की घटनाओं में वृद्धि हो जाती है, अक्सर लोग इलाज के बजाय झाड़-फूंक कराने के चक्कर में जान गवा बैठते हैं। शासन का मानना है कि जन जागरूकता एवं व्यापक चिकित्सा प्रबंधन द्वारा इस तरह की घटनाओं को कम किया जा सकता है। इसे देखते हुए सर्पदंश सुरक्षा सप्ताह मनाने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान अफसर सर्पदंश से बचाव के उपाय, सर्पदंश की स्थिति में क्या करें या क्या न करें आज के बारे में जानकारी देंगे। इसके साथ ही सर्पदंश से होने वाली जन हानि को रोकने के लिए चिकित्सा केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में एंटी स्नैक वेनम व अन्य दवाइयां उपलब्ध कराई जाएगी।

बारिश के मौसम में बढ़ जाती है घटनाएं

बारिश के मौसम में सर्पदंश की घटनाएं बढ़ जाती है, खेतों व मैदानों के साथ-साथ बिलों में पानी भरने से सांप निकलकर सुरक्षित जगह की तलाश में इधर उधर घूमने लगते हैं। बौखलाए विषधर सांप लोगों को अपना निशाना बनाते हैं।

जिले में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है एंटी स्नैक वेनम

मंडलीय व सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पर्याप्त मात्रा में एंटी स्नैक वेनम उपलब्ध है। सीएमओ डॉ.आई एन तिवारी ने बताया कि सर्पदंश के शिकार लोगों को सीधे सरकारी अस्पताल आना चाहिए इससे उनके जीवन की सुरक्षा हो सकेगी।

सर्पदंश से मौत पर मिलती है चार लाख की राहत राशि

उत्तर प्रदेश सरकार ने सर्पदंश से होने वाली मौत को वर्ष 2018 में राज्य आपदा घोषित किया था। सर्पदंश से मौत होने पर पीड़ित परिवार को आपदा राहत कोष से चार लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। मृत व्यक्ति का पोस्टमार्टम के बाद हल्का लेखपाल से लेकर तहसीलदार व एसडीएम की ओर से रिपोर्ट भेजी जाती है। एडीएम आजाद भगत सिंह ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर मदद मिलती है।

जिले में अब तक सिर्फ चार मृतकों के परिजनों को मुआवजा मिला

सर्पदंश से जिले में अब तक सिर्फ चार मृतकों के परिवार जनों को आर्थिक मदद मिली है। दरअसल जानकारी के अभाव में सर्पदंश से होने वाली मौतों के बाद पीड़ित परिवार के लोग आवेदन नहीं करते हैं। कई मामलों में पोस्टमार्टम न कराए जाने के कारण दिक्कत आती है, आपदा प्रबंधन अधिकारी चंदन यादव ने बताया कि आवेदन मिलने के बाद मुआवजा के लिए तत्काल प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है

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