धरना रातोंरात खत्मः बागपत पुलिस ने किसानों को खदेड़ा, उखाड़े सभी टेंट
दिल्ली हिंसा के बाद बागपत में पिछले 40 दिनों से नेशनल हाईवे पर चल रहा धरना पुलिस ने कराया खत्म, लाठियां फटकारकर किसानों को उठाया, किसानों का टेंट उखड़ा, हाईवे किनारे से बैरिकेडिंग हटाए गए, नेशनल हाईवे 709b पर यातायात सामान्य हुआ ।
बागपत: दिल्ली हिंसा के बाद बागपत में पिछले 40 दिनों से नेशनल हाईवे पर चल रहा धरना पुलिस ने कराया खत्म, लाठियां फटकारकर किसानों को उठाया, किसानों का टेंट उखड़ा, हाईवे किनारे से बैरिकेडिंग हटाए गए, नेशनल हाईवे 709b पर यातायात सामान्य हुआ ।
किसान आंदोलन कमजोर पड़ा
दिल्ली में हुई हिंसा के बाद किसान आंदोलन कमजोर पड़ गया है और उत्तरप्रदेश के बागपत में भी रात पुलिस ने जबरन किसानों का धरना समाप्त करा दिया है । देर रात जेसीबी और पूरे लाव लश्कर के साथ पुलिस और प्रशासन किसानों के धरना स्थल पर पहुंचा था वहां लगा टैंट अपने कब्जे में ले लिया और नेशनल हाईवे 709 बी पर 19 दिसंबर से यानी 40 दिनों से चल रहा किसानों का धरना समाप्त करा दिया है । अब पुलिस फोर्स अलग रणनीति से काम कर रही है और जिस तरीके से यह हुआ उससे कहीं ना कहीं किसान आंदोलन अब कमजोर पड़ गया है क्योंकि किसान और जवान जिंदगी में कभी लड़े नहीं और दिल्ली में जिस तरह लड़े उसके बाद से किसान आंदोलन पर लगातार उंगलियां उठ रही है ।
किसान और जवान आमने सामने
बाबा महेंद्र सिंह टिकैत ने भी बागपत में धरना दिया था और उस दौरान भी किसान और जवान आमने सामने जरूर थे लेकिन लाठियां नहीं चली क्योंकि दोनों का पता था आंदोलन भले ही चल रहा है लेकिन लड़ाई किसान और जवान से नही, सरकार से है । दिल्ली में हुई हिंसा के बाद जगह जगह लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है क्योंकि देश की अखंडता और एकता पर जो खतरा उस दिन मंडराया उसने कहीं ना कहीं मानवता और इंसानियत को शर्मसार कर दिया ।
वही कुछ किसान नेता इस आंदोलन को समाप्त कर अपने घर लौट चुके हैं और अब इस मामले में ऐसा भी हो सकता है कि पुलिस इसमें और सख्त कार्रवाई करने के मूड में नजर आ जाए । अब अगर और भी राजनीतिक दल धरना प्रदर्शन करेंगे तो पुलिस सख्त एक्शन करेगी यह बागपत में चल रहे किसान आंदोलन से साफ दिख गया है ।
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आंदोलन बागपत के बड़ौत स्थित नेशनल हाइवे पर
दरअसल खाप चौधरियों ने किसानों के समर्थन में अपना यह आंदोलन बागपत के बड़ौत स्थित नेशनल हाइवे पर शुरू किया था, 40 दिनों से यहां पर शांतिपूर्ण धरना चल रहा था लेकिन दिल्ली में हुई हिंसा के बाद जब किसानों ने पुलिस पर हमला किया तो पुलिस भी अब फ्रंट पर नजर आ गई है और किसानों का कोई आंदोलन हमें नहीं लगता कि यूपी में इस तरह से अब आगे चल पाएगा ।
वही देर रात हुए इस हंगामे में पुलिस ने लाठियां फटकारते हुए किसानों का धरना जबरन समाप्त तो करा दिया है लेकिन बागपत प्रशाशन का कहना है की किसी भी तरह का हल्का बल का प्रयोग नही किया गया है और किसानों के धरने की शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त करा उन्हें घर भेज दिया गया है ।
पारस जैन