Bahraich news: सपा नेता की बेकरी में पकड़े गए एक दर्जन जुआरियों में एक की मौत, एसओजी टीम पर हत्या के मुकदमे की मांग
Bahraich News: नाजिरपुरा में जिला पंचायत सदस्य की बेकरी में पकड़े गए दर्जन भर जुआरियों में से एक की बीती रात लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई। इससे इस मामले में नया मोड़ आ गया है। परिजन मौत की वजह एसओजी टीम द्वारा की गई पिटाई बताकर घर के सामने धरना दे रहे हैं।
Bahraich news: बहराइच शहर के कोतवाली नगर क्षेत्र के नाजिरपुरा में जिला पंचायत सदस्य की बेकरी में पकड़े गए दर्जन भर जुआरियों में से एक की बीती रात लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई। इससे इस मामले में नया मोड़ आ गया है। परिजन मौत की वजह एसओजी टीम द्वारा की गई पिटाई बताकर घर के सामने धरना दे रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि वे तभी अंतिम संस्कार करेंगे जब एसओजी टीम के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होगा। उधर एसपी वृंदा शुक्ला पुलिस द्वारा पिटाई के दावे को निराधार बता रही हैं।
उल्लेखनीय है कि शहर के मोहल्ला नाजिरपुरा दक्षिणी निवासी एक युवक को तीन अक्टूबर को जुआ खेलते पकड़ा गया था। जिसकी लखनऊ में इलाज के दौरान सोमवार को मौत हो गई। परिवार के लोग एसओजी टीम पर हत्या का केस दर्ज करने की मांग को लेकर घर के सामने ही प्रदर्शन कर रहे हैं। परिजनों का कहना है कि बिना मुकदमा दर्ज हुए वह शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
बता दें कि कोतवाली नगर इलाके के नाजिरपुरा में सपा के जिला पंचायत सदस्य की बेकरी में चल रहे, जुए को एसपी द्वारा गठित टीम ने पकड़ा था। मौके से जिला पंचायत सदस्य की पत्नी सहित 12 जुआरी गिरफ्तार हुए थे। इनमें पुलिस ने तीन अक्टूबर को गुदड़ी मोहल्ला निवासी हनीफ उर्फ शानू समेत बारह लोगों को नाजिरपुरा में जिला पंचायत सदस्य चुन्न उर्फ गोगे की फैक्टरी में जुआ खेलते समय पकड़ा था। शुक्रवार को उसकी जमानत होने के बाद हालत बिगडऩे पर अस्पातल में भर्ती कराया गया था, जहां से परिजन उसे लखनऊ स्थित अस्पताल ले गए थे। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
गुदड़ी मोहल्ले में चर्चा है कि पुलिस हिरासत में उनकी पिटाई हुई थी, जिसके चलते हाथ टूट गया था और पेट में अंदरुनी चोटें आयी थी, हालत बिगडऩे पर परिजन लखनऊ लेकर गए थे, जहां उनकी मौत हो गई। बताया कि मृतक किराये पर वाहन चलवाकर परिवार का भरण पोषण करता था। मौत से मां नफीसा, पिता नसीम, पत्नी दीपिका का रो-रोकर बुरा हाल है। मंगलवार को शव लेकर परिवार के लोग घर पहुंचे। सभी एसओजी टीम पर हत्या का केस दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। बिना केस दर्ज किए शव का अंतिम संस्कार न करने की बात कह रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक परिवार के लोगों ने अंतिम संस्कार नहीं किया है।
शाम को नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर ने मांगे मानते हुए ज्ञापन भी लिया। इसके बाद भी लोग शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार रहे हैं। इस जिला पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि पुलिस पिटाई के चलते मौत होने की बात निराधार है, सभी आरोपियों को पुलिस लाइन में रखा गया था। बताया कि मृतक दबिश के दौरान 15 फीट ऊंचाई से कूद गया था जिसके चलते उसे चोट लगी थी। उन्होंने कहा कि जबकि जिला पंचायत संदस्य, उनकी पत्नी और शानू पर हत्या का मुकदमा भी दर्ज है। उन्होंने कहा कि अभी लिखित शिकायत उनको नही मिली है, मिलने पर जांच कराई जाएगी।