बलिया BJP विधायक के फिर बिगड़े बोल, ओम प्रकाश राजभर को बताया बेहाया

बलिया BJP विधायक सुरेंद्र सिंह ने SBSP के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को बेहाया बताया है।

Newstrack :  Network
Published By :  Shreya
Update: 2021-06-14 11:14 GMT

बलिया BJP विधायक सुरेंद्र सिंह (फाइल फोटो साभार- सोशल

Ballia News: अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले उत्तर प्रदेश के बलिया से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक सुरेंद्र सिंह (MLA Surendra Narayan Singh) एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं। इस बार उन्होंने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर विवादित बयान दे डाला है। अब उनके इस बयान की काफी आलोचना हो रही है।

दरअसल, बलिया से बीजेपी विधायक सुरेन्द्र सिंह ने बैरिया स्थित अपने आवास पर आज मीडिया के सावालों का जवाब देते हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) को बेहाया कह दिया। उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश राजभर का राजनीतिक जीवन केवल परिवार तक ही सीमित है। जो आदमी केवल अपने बेटा, बेटी और परिवार तक सीमित है वो चाहे पद देने की बात हो या पैसा और प्रतिष्ठा देने की बात हो वो केवल परिवार के लिए ही करता है।

बीजेपी विधायक यही नहीं रूके उन्होंने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजभर पर तंज कसते हुए कहा कि वो शायद भूल गए हैं कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ही है कि उनके हाड़ (हड्डी) में हल्दी लग गया कि वो विधायक और मंत्री बन गए। यदि बीजेपी नहीं होती तो वो मंत्री नहीं बन पाते। 

टिटिहरी से की तुलना 

विधायक ने ओमप्रकाश राजभर की तुलना टिटिहरी (Sandpiper) पंछी से करते हुए कह दिया कि शायद वो समझते नहीं है कि किसी पंछी के पैर ऊपर उठाकर नीचे पलट जाने से आसमान उस पर रोका नहीं जा सकता। बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब बलिया विधायक अपने विवादित बयान के चलते सुर्खियों में आए हों, बल्कि इससे पहले भी उनके बोल कई बार बिगड़ चुके हैं। 

एलौपेथिक डॉक्टरों को कहा था राक्षस 

इससे पहले भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने एलौपेथिक डॉक्टरों की तुलना राक्षसों से कर दी थी। योग गुरू स्वामी रामदेव के समर्थन में उन्होंने एलौपेथिक डॉक्टरों पर बेतुका बयान देते हुए इन्हें सफेद वस्त्रधारी अपराधी करार दिया था। उन्होंने कहा कि लौपेथ के क्षेत्र में डॉक्टरों ने राक्षस का रूप ले लिया है। मृतक को भी जीवित दिखाकर पैसा लेने की परंपरा चलाई जा रही है।

उन्होंने कहा कि ऐसे चिकित्सकों को राक्षस ही कहा जा सकता है। उन्होंने इसके साथ ही यह भी कहा कि जो डॉक्टर मरे हुए व्यक्ति को आईसीयू में जीवित बताकर पैसा लेता है, वो राक्षस से कम नहीं हो सकता है। ये पुरातन धर्म के समय के राक्षसों से भी बदतर हैं। योगगुरु रामदेव का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि रामदेव जिस पद्धति को आगे बढ़ा रहे हैं, वो सनातन धर्म की पद्धति है। बाबा रामदेव का तर्क बिल्कुल सही है। मैं भी अगर राजनीति से संन्यास लूंगा तो इसी के प्रचार का जिम्मा संभालूंगा।

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