Balrampur News : पौधरोपण मानवता की रक्षा के लिए जरूरी, पौधा रोपकर हम पर्यावरण को स्वच्छ बना सकते हैं-कारागार मंत्री
Balrampur News : बोले-सभी जनपद वासियों को ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने चाहिए एवं वातावरण के लिए खतरनाक प्लास्टिक जैसे कई पदार्थों के उपयोग को बंद करने चाहिए। इसीलिए जागरूक करने आया हूं।
Balrampur News : बलरामपुर। बलरामपुर में शनिवार को वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत करने पहुंचे कारागार मंत्री धर्मवीर सिंह ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन को प्रदेश सरकार द्वारा वृक्षारोपण जन अभियान के तहत पूरे प्रदेश में 35 करोड़ पौधरोपण किया जा रहा है। मंत्री ने वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत विधि-विधान से पूजा अर्चना करके की। अभियान नगर के बहादुरपुर स्थित वीआईपी कंपाउंड से हुई। मंत्री ने अशोक, बरगद, पाकड़ का वृक्षारोपण कर पर्यावरण स्वच्छ बनाने का संदेश दिया।
इस मौके पर कारागार मंत्री ने कहा कि वृक्षारोपण मानवता की रक्षा के लिए बहुत जरूरी है। वृक्ष से लगाकर हम अपने पर्यावरण व परिवेश को स्वच्छ व सुंदर बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी जनपद वासियों को ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने चाहिए एवं वातावरण के लिए खतरनाक प्लास्टिक जैसे कई पदार्थों के उपयोग को बंद करने चाहिए। इसीलिए जागरूक करने आया हूं।
इस अवसर पर बलरामपुर सदर विधायक पलटूराम ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण जरूरी, तभी हमारी आने वाली पीढ़ी सुरक्षित रहेगी। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी के लिए जीवन में हर व्यक्ति को एक पौधा जरूर लगाना चाहिए। जिला पंचायत अध्यक्ष आरती देवी ने कहा कि पेड़ लगाने से वर्षा होती है। पेड़ पौधे लगाने से गर्मी में छाया होती है फल फूल मिलते हैं। हर इंसान को कम से कम एक पेड़ अपने जीवन में जरूर लगाने चाहिए। अध्यक्ष ने कहा कि आप लोग अपने रिश्तेदारों को भी पेड़ लगाने व उसकी रक्षा करने के लिए प्रेरित करेंगे। कहा कि आज निरंतर घटता जंगल और भूजल स्तर उसके साथ बढ़ता तापमान प्रकृति के अंधाधुंध दोहन का नतीजा है। इसके साथ ही खेतों में जैविक खाद के स्थान पर रसायन का भारी प्रयोग स्थित को विकट कर रहा है। इन्हीं सब बातों को लेकर पौधारोपण अति आवश्यक है। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह, पुलिस अधीक्षक केशव कुमार, मुख्य विकास अधिकारी संजीव कुमार मौर्य, जनप्रतिनिधि गण व अन्य संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।