Banda: मौरंग माफियाओं ने बाजो का बिछाया जाल, खदान जाने से पहले मिल जाती अधिकारियों की लोकेशन
Banda: जनपद में मौरंग माफियाओं ने बाजो का जाल बिछाया है। अधिकारियों के मोरंग खदान जाने पर पहले ही मोरंग माफियों को अधिकारियों की लोकेशन मिल जाती है।;
मौरंग माफियाओं ने बाजो का बिछाया जाल।
Banda: जनपद में मोरंग के अवैध खनन और ओवरलोडिंग ट्रक पास कराने के लिए मौरंग माफियाओं ने बाजो का जाल बिछाया है। जिले के अधिकारियों के ऑफिस और आवास के बाहर लोकेशन बाज लगाए गए। अधिकारियों के मोरंग खदान जाने पर पहले ही मोरंग माफियों को अधिकारियों की लोकेशन मिल जाती है।
जानकारी के अनुसार रात के अंधेरे में सीमांकत पट्टा खनन क्षेत्र के बाहर अवैध खनन कर रहे। वहीं, मारोली खंड संख्या चार और आमलोर खदान खंड संख्या 7 में ही वैध खनन हो रहा।
धुंधले नंबर प्लेट लगे ट्रकों से मोरंग का हो रहा परिवहन
वहीं, खनन क्षेत्र में वे - ब्रिज में पर लगे सीसीटीवी कैमरे में मोरंग भरे ओवरलोड ट्रकों का रिकॉर्ड नहीं होता है। दरअसल, धुंधले नंबर प्लेट लगे ट्रकों से मोरंग में परिवहन हो रहा है। इसके कारण वे - ब्रिज में पर लगे सीसीटीवी कैमरे में ट्रकों के नंबर नहीं आ रही हैं। हकीकत का उजागर ना हो इसके लिए मोरंग माफियाओं ने अपने गुर्गे छोड़ रखे हैं। चंद टुकड़ों में मीडिया को मैनेज करने में गुर्गे लगे हैं।
डीएम ने मोरंग पट्टा धारकों को दिए थे निर्देश
आपको बता दें कि विगत दिनों जिलाधिकारी अनुराग पटेल (District Magistrate Anurag Patel) ने मोरंग पट्टा धारकों के साथ बैठक करके निर्देश दिए थे। एक सप्ताह बीतते ही सारे नियम कानून धरे के धरे रहे गए। वहीं पट्टा धारक अपने मनमानी ढंग से केन नदी की जलधारा में अवैध खनन करने में जुटे है।