Lucknow News: 'कपड़ा फेंककर घर को करते थे टारगेट', लखनऊ पुलिस की गिरफ्त में आए 3 चोरों ने किया ऐसा खुलासा, पुलिस भी हुई हैरान
Lucknow News: बीते 9 फरवरी को सरोजनी नगर इलाके में हुई घर में चोरी की घटना का खुलासा करते हुए सोमवार को सरोजनी नगर पुलिस टीम ने हारुन, पिंटू कश्यप और अमिताभ रस्तोगी उर्फ विशाल रस्तोगी नाम के 3 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।;
Sarojini Nagar police arrested 3 thieves used to target the house by throwing clothes
Lucknow News: राजधानी लखनऊ में खाली पड़े घरों में सेंधमारी करके चोरी जैसी घटनाओं को अंजाम देने के लिए चोर नए नए तरीके अपनाते हुए नजर आते हैं। इन सबके बीच सोमवार को लखनऊ की सरोजनीनगर पुलिस की गिरफ्त में आए 3 शातिर चोरों ने पुलिस की ओर से हुई पूछताछ में अपना चोरी करने का तरीका बताया, जिसे सुनकर थाने के हर पुलिसकर्मी ने दांतों तले उंगलियां दबा लीं। पुलिस टीम ने बताया कि ये शातिर चोर बहुत बड़ी प्लानिंग करके चोरी की घटना को अंजाम देते थे।
3 शातिर चोर किये गिरफ्तार, कब्जे से चोरी की ज्वैलरी व नगदी बरामद
बीते 9 फरवरी को हुई चोरी की घटना का खुलासा करते हुए सोमवार को सरोजनी नगर पुलिस टीम ने हारुन, पिंटू कश्यप और अमिताभ रस्तोगी उर्फ विशाल रस्तोगी नाम के 3 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान उनके कब्जे से चोरी गये जेवरात व नगदी के साथ साथ ईको वैन गाडी कूटरचित नम्बर सहित बरामद किया गया है। पुलिस के अनुसार, इस गैंग में कुल 6 सदस्य हैं, जिनमें से इनका सरगना पप्पू उर्फ़ अकरम उर्फ़ चिकना को बीती रात्रि पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही गैंग के 2 अन्य सदस्य फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश के लिए टीमों का गठन किया गया है।
घर में कपड़ा डालकर चोरी के लिए करते थे टारगेट
पुलिस टीम ने जानकारी देते हुए बताया कि ये गिरोह बड़ी प्लानिंग करके घरों में चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। इस गिरोह के सदस्य स्कूटी के माध्यम से देर रात 10 बजे के बाद रिहायशी इलाकों में बंद पड़े मकानों को चिन्हित करते थे और फिर उनमें कोई सामान जैसे कोई कपड़ा, लकड़ी का टुकड़ा, पॉलीथिन में कचरा जैसे सामान गेट पर अथवा दीवार से अंदर फेंक देते थे। फिर अगले दिन देर रात 2 बजे के करीब आकर देखते थे कि क्या वह सामान जो एक दिन पहले फेका गया है वो वैसे ही पड़ा है या हटाया गया है। यही वह सामान हटा हुआ मिलता था तो ये गिरोह उस घर को टारगेट नहीं करते थे और यदि वह सामान घर में होता था तो उसी घर को टारगेट करके चोरी की वारदात को अंजाम देते थे।