Banda: जुदा करने की अंतहीन कोशिशों से आहत प्रेमी युगल ने चुनी मौत, रेलवे ट्रैक पर मिला शव
Banda: शहर कोतवाली क्षेत्र के अवंती नगर में रेलवे ट्रैक पर एक युवक और युवती के शव पड़े होने की सूचना मिली थी। कोतवाली प्रभारी फील्ड यूनिट के साथ मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की।
Banda News: जिले में बुधवार को प्रेमी युगल ने ट्रेन से कटकर जान दे दी। दोनों के शव शहर कोतवाली क्षेत्र के अवंती नगर में रेलवे ट्रेक पर पाए गए हैं। मौके से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। दोनों ने अपने परिवारों को मुहब्बत का दुश्मन करार दिया है। प्रेमिका के विवाह के जरिए जुदा करने की अंतहीन कोशिशों को मौत वरण करने का कारण बताया गया है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
एसीपी ने बताया, सूचना पर फील्ड यूनिट संग मौके पर पहुंची पुलिस
एसीपी लक्ष्मीनिवास मिश्र ने बताया कि बुधवार सुबह शहर कोतवाली क्षेत्र के अवंती नगर में रेलवे ट्रैक पर एक युवक और युवती के शव पड़े होने की सूचना मिली थी। कोतवाली प्रभारी फील्ड यूनिट के साथ मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की। दोनों की शिनाख्त कराई गई। मृतक रामरूप कुशवाहा उर्फ बबलू (25) गिरव़ां थाना क्षेत्र के ग्राम अमृतपुर खेरवा का रहने वाला है। जबकि मृतका अर्चना कुशवाहा (23) अतर्रा थाने के ग्राम ऐचवारा की रहने वाली है।
प्रेमी-प्रेमिका को अलग करने पर अमादा परिजनों का रवैया बना आत्महत्या का कारण
उन्होंने बताया कि दोनों में प्रेम प्रसंग था और शादी करना चाहते थे। लेकिन लड़की के परिजन तैयार नहीं थे। परिजनों ने बीती 21 जनवरी को लड़की की शादी बिसंडा कस्बे में कर दी थी। उन्हें लगा था कि अब मोहब्बत पर विराम लग जाएगा। लेकिन लड़की ससुराल से भाग कर गुजरात के सूरत में रह रहे प्रेमी रामरूप कुशवाहा के पास पहुंच गई। अर्चना के परिजन सूरत जा धमके और उसे जबरन गांव लाकर फिर ससुराल विदा कर दिया। 23 अप्रैल को अर्चना एक बार फिर ससुराल से भाग निकली। ससुराल पक्ष ने बिसंडा थाने में गुमशुदी दर्ज कराई थी। लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। आज प्रेमी युगल के शव रेलवे ट्रैक पर मिले हैं।
सुसाइड नोट में किया अपनी बेपनाह मोहब्बत का इजहार
कोतवाली प्रभारी अनूप दुबे ने बताया मृतक के पास से सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा है कि हम दोनों एक दूसरे से बेपनाह प्यार करते थे। लेकिन परिवार के लोग हमारा विरोध कर रहे थे। एक दूसरे से अलग करने के लिए प्रेमिका की शादी भी दूसरी जगह कर दी गई। लेकिन वह ससुराल में नहीं रहना चाहती थी। वह मेरे पास आ गई। फिर भी परिवार के लोग जीने नहीं दे रहे थे। मजबूरी में हमें यह कदम उठाना पड़ा है।