Bareilly News: कूड़े के ढेर में नेहरू की प्रतिमा देख भडके कांग्रेसी, कर रहे धरना प्रदर्शन
Bareilly News: बरेली के चौकी चौराहा पर स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा हटाए जाने का विरोध बढ़ता जा रहा है। जिला कांग्रेस ने नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
Bareilly News: बरेली में चौराहे पर नेहरू की प्रतिमा पुनर्स्थापित न होने से आक्रोशित जिला कांग्रेस के कार्यकर्ता खुद ही प्रतिमा को उठाकर लाने के लिए मिशन कंपाउंड पहुंच गए। यहां वही प्रतिमा रखी है, जो चौकी चौराहे से सौंदर्यीकरण के नाम पर हटा दी गई थी। बरेली के चौकी चौराहा पर स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा हटाए जाने का विरोध बढ़ता जा रहा है। जिला कांग्रेस ने नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. केबी त्रिपाठी के नेतृत्व में शुक्रवार सुबह तमाम कार्यकर्ता नेहरू की प्रतिमा उठाने मिशन कंपाउंड पहुंचे। यहां कूड़े के ढेर में प्रतिमा रखी देखकर कांग्रेस नेताओं ने नाराजगी जताई। कांग्रेस नेताओं ने खुद ही चौकी चौराहे पर प्रतिमा रखने की तैयारी शुरू कर दी है।
आठ माह पहले हटाई गई थी प्रतिमा
शहर में स्मार्ट सिटी के तहत कराए जा रहे सुंदरीकरण के दौरान चौकी चौराहे से पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा हटाकर मिशन कंपाउंड में रखवा दी गई थी। आठ माह बीतने के बाद भी जब प्रतिमा पुनर्स्थापित नहीं कराई गई तो कांग्रेसियों ने पांच नवंबर से चौकी चौराहा स्थित महात्मा गांधी पार्क में आमरण अनशन शुरू कर दिया। सुनवाई न होने पर शुक्रवार को कांग्रेस नेताओं ने खुद ही प्रतिमा को स्थापित करने की तैयारी शुरू कर दी।
प्रदेश प्रवक्ता डॉ. केबी त्रिपाठी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता चौकी चौराहे पर सुबह साढ़े दस बजे एकत्र हुए और नारेबाजी करते हुए मिशन अस्पताल के मिशन कंपाउंड में प्रतिमा उठाने पहुंचे।वरिष्ठ साहित्यकार व इतिहासकार सुधीर विद्यार्थी भी पहुंचे। बता दें कि सुधीर विद्यार्थी ने प्रतिमा हटाए जाने पर आपत्ति जताते हुए खुला पत्र भी जारी किया था। उन्होंने कहा है कि जवाहरलाल नेहरू का बरेली से खास रिश्ता रहा।चौकी चौराहा पर उनकी प्रतिमा की सम्मान के साथ पुनर्स्थापना हो। सुधीर विद्यार्थी ने कहा कि 13 जून 1929 को जब नेहरू बरेली आए तो साथ में अखिल भारतीय चरखा संघ के राष्ट्रीय मंत्री आचार्य जेबी कृपलानी रहे। 1929 में लाखनगंज में राजनीतिक सम्मेलन में, 1934 में प्रादेशिक राजनीतिक सम्मेलन में, 1935 में मौलाना अबुल कलाम आजाद के साथ, 1936 में जेल से छूटने पर बरेली में कांग्रेस अधिवेशन में आए थे। 1937 में मोती पार्क में सभा को संबोधित किया था।Bareilly News: कूड़े के ढेर में नेहरू की प्रतिमा देख भडके कांग्रेसी, कर रहे धरना प्रदर्शन