Bareilly News: महिला को अकेला देख करता था प्रपोज, सेक्स से इनकार पर देता था मौत, खुलासे से हर कोई रह गया दंग
Bareilly News: आरोपी की ऐसी मानसिक स्थिति उसके परिवार के पुराने हालात से बनी, जिसमें वो पला और बढ़ा। उसके मन में अधेड़ उम्र की महिलाओं के लिए विद्वेष की भावना बन गई। इसी वजह से उसने इन वारदातों को अंजाम दिया।
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में जब सीरियल किलर को पुलिस ने दबोचा तो पुलिस को भी यह विश्वास नहीं हो रहा था कि यह इतना शातिर है। इस सीरियल किलर के कारनामों से सभी दंग हैं। वो अधेड़ उम्र की महिलाओं को अकेले देखकर उन्हें प्रपोज करता था और जब महिला उसके इस प्रस्ताव को ठुकरा देती तो उसे इतना गुस्सा आ जाता कि वो उसकी जान तक ले लेता। वो पहले महिला का गला दबाकर मार डालता और फिर साड़ी से गर्दन में गांठ बांध देता ताकि उस महिला के जिंदा रहने की कोई गुंजाइश न बचे। जब से इस मामले का खुलासा हुआ है, तब से लोगों के मन में एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर बरेली के 25 किलोमीटर के दायरे में नौ महिलाओं की जान लेने वाला कुलदीप कुमार गंगवार इतना खूंखार कैसे बन गया? इसके पीछे क्या कारण रहा जिससे वह इतना शातिर बन गया।
कुलदीप कुमार गंगवार को पुलिस ने शीशगढ़ और शाही थाना इलाके में हुईं महिलाओं की हत्याओं के मामले में अरेस्ट किया था। वो नवाबगंज थाना इलाके के बाकरगंज गांव का रहने वाला है। पुलिस पूछताछ में आरोपी कुलदीप ने बताया कि उसकी दो बहनें हैं जबकि मां की मौत हो चुकी हैं। उसने बताया कि उसके पिता बाबूराम ने उसकी मां के जीवित रहते हुए एक अन्य महिला से शादी कर ली थी। उसके बाद पिता अकसर दूसरी पत्नी के कहने पर पहली पत्नी से पिटाई करता था। बस यही वो वजह थी, जिससे आरोपी के मन में सौतेली मां के प्रति विद्वेष का भाव रहा था और इसी वजह से वो उस उम्र की महिलाओं को अपना शिकार बनाने लगा।
2014 में हुई थी आरोपी की शादी
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी 2014 में हुई थी। वह अपनी पत्नी के साथ भी सामान्य व्यवहार नहीं करता था और जब उसकी पत्नी इसका विरोध करती थी तो वो पत्नी को भी नहीं छोड़ता था। वो उसके साथ भी मारपीट करता था। उसकी हिंसक प्रवृत्ति के कारण परेशान होकर कुछ साल पहले ही उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई और फिर कभी लौटकर ही नहीं आई। इन्हीं सब कारणों की वजह से कुलदीप गंगवार कुंठित होकर भांग, सुल्फा, शराब आदि का सेवन करने लगा और अपने घर बाकरगंज से निकलकर आस-पास के जंगल गांव-गांव भटकने लगा।
अकेली महिला देखकर ही बनाता था निशाना
आरोपी कुलदीप ने कबूला है कि उसने छह महिलाओं की हत्या की है। कुलदीप को आस-पास के क्षेत्र के सुनसान, खेतों के रास्तों और पगडंडियों की पूरी जानकारी है। जिन पर वह दिन भर पैदल घूमा करता रहता था और केवल निर्जन स्थान पर अकेली महिला को देखकर ही उस पर हमला करता था। हमला करने से पहले इस बात को पूरी तरह सुनिश्चित करता था कि किसी ने उसको महिला के पीछे जाते हुए तो नहीं देखा है। अगर महिला का पीछा करते समय रास्ते में कोई भी बच्चा, पुरुष या अन्य महिला उसको मिल जाती थी तब वह उस दिन वारदात को अंजाम नहीं देता था। वो पूरी तरह एक प्रोफेशनल की तरह काम कर रहा था।
गन्ने के खेत में करता था महिलाओं का मर्डर
आरोपी ने जिन महिलाओं की हत्या की है, उन्हें गन्ने के खेत में ही मारा है। जब पुलिस ने इसकी वजह पूछी तो उसने बताया है कि गन्ने के खेत में आड़ होती है। आरोपी ने ये भी बताया कि गन्ने के खेत में 10-5 मीटर अंदर चले जाने के बाद अगर आस-पास से कोई गुजर भी जाए तो अंदर पड़े हुए व्यक्ति का पता नहीं लगेगा। इसीलिए वो हमेशा गन्ने के खेत में ही वारदात को अंजाम देता था।
गले में कपड़े से गांठ लगाता था आरोपी
इतना ही नहीं वो इस बात से भी बेखटक रहना चाहता था कि महिला के जिंदा रहने की कोई गुंजाइश न रहे। इसीलिए जब वो किसी महिला को गला दबाकर मार देता तो उसके बाद वहां से जाते समय गले में पहनी गई साड़ी या दुपट्टा से कसकर गांठ बांद देता था। उसका कहना है कि अगर वो जिंदा रह गई तो उसकी पहचान कर लेगी और बाद में पुलिस को इस पूरी घटना के बारे में बता देगी।
कुलदीप के पास नहीं था मोबाइल
पुलिस ने बताया कि आरोपी कुलदीप कुमार कभी भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करता था और न ही आने-जाने के लिए किसी वाहन या साधन का प्रयोग करता था। वह पैदल ही घूमता था और हत्या के बाद निशानी के तौर पर अपने शिकार का सामान ले जाता था। आरोपी ने जिन महिलाओं की हत्या की, उसका कोई न कोई सामान निशानी के तौर पर लेकर जाता था। उसने जब पहली महिला अनीता देवी की हत्या की तो उसका वोटर आईडी कार्ड, लाल रंग की लिपिस्टिक, लाल बिंदी, घटना के समय पहने हुए ब्लाउज का टुकड़ा अपने साथ लेकर गया था। इसी तरह आनंदपुर गांव की महिला प्रेमवती की हत्या के बाद हंसिया लेकर गया था। ऐसे ही कुल्छा गांव की मृतका धानवती का आधार कार्ड, शीशगढ़ पुलिस थाना इलाके के लखीमपुर गांव की मृतका महमूदन का हंसिया और पांचवीं घटना की मृतका से बीड़ी का बंडल, माचिस और 130 रुपये नकद लेकर गया था।
आरोपी को पकड़ने के लिए बनी थीं 22 टीमें
बरेली के एसएसपी अनुराग आर्या ने बताया कि इस साइको किलर को गिरफ्तार करने के लिए ऑपरेशन तलाश चलाया गया, जिसमें 22 टीमों का गठन किया गया और 25 किलोमीटर के एरिया में इस ऑपरेशन को चलाया गया। इसके लिए 600 से ज्यादा नए कैमरे इंस्टाल किए गए और 1500 पुराने सीसीटीवी कैमरों की मदद ली गई और डेढ़ लाख से अधिक मोबाइल का डाटा निकल कर सर्विलांस पर लगाया गया तब कहीं जाकर पुलिस आरोपी तक पहुंच पाई।
स्कैच के बाद मुखबिर ने दी थी सूचना
आरोपी जिस तरह अधेड़ उम्र की महिलाओं को निशाना बना रहा था, उससे पुलिस को क्लीयर हो गया था कि ये किसी साइको किलर का ही काम है। जिसे समझने के लिए पुलिस की टीम को मुंबई भेजा गया। आस-पास के गांव की वोटर लिस्ट लेकर ऐसे लोगों की पहचान की गई, जिनकी लाइफ में उथल-पुथल मची हो। उसके बाद पुलिस को स्कैच के बाद मुखबिर से सूचना मिली, जिसके बाद कुलदीप गंगवार (35) पुत्र बाबूराम को अरेस्ट किया गया। आरोपी ने इनमें से छह महिलाओं की हत्या की बात भी कबूल कर ली है।