बरेली की रबर फैक्ट्री की जमीन नहीं बिकेगी, जल्द सरकार को मालिक होने का अधिकार
बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में 19 वर्षों से बंद पड़ी सूबे की एक मात्र रबर फैक्ट्री की जमीन सरकार को जल्द वापस हो सकती है। इस बात का संकेत चीफ सेकेट्री के स्टाफ अफसर और स्थानीय प्रशासन के बीच बातचीत से मिले है। सूत्रों के मुताबिक बरेली पहुंचे स्टाफ अफसर ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बरेली के प्रशासन अधिकारियों से कहा है कि रबर फैक्ट्री पर सरकार को मालिकान हक मिलना लगभग तय है।
यह भी पढ़ें: एलेक्जेंडर ज्वेरेव ने चैंपियन रोजर फेडरर को हराकर एटीपी फाइनल्स से किया बाहर
इसलिए प्रशासन की तरफ की एलएलओ लेटर तैयार करवा लिया जाये ताकि यूपी सरकार की तरफ से जोरदार पैरवी हो सके।एक जानकारी के मुताबिक अभी तक सिंथेटिक एंड केमिकल लिमिटेड के पास करीब 875 हेक्टेयर जमीन का कब्जा है। जिसे कंपनी ने 3.20 हजार रुपए देकर 90 साल के लिए लीज पर सशर्त लिया था। लेकिन रबर फैक्ट्री घाटे के चलते 1998 में बंद हो गई तबसे सेठ किला चंद का परिवार जमीन को बेचने की कोशिश कर रहा है।
यह भी पढ़ें: ट्रेडिशनल स्टाइल में नजर आईं दीपिका पादुकोण, वीडियो हुआ वायरल
सरकार के विरोध के चलते अब यह मामला डेप्थ रिकवरी ट्रिब्यूनल में विचाराधीन है। जानकर यह बताते है कि कंपनी के पास जमीन सहित अन्य संपत्तियां जिसकी कीमत करीब 14 सौ करोड़ के आसपास है। लेकिन सरकार की दलील है फैक्ट्री प्रबंधन को जमीन फैक्ट्री चलाने के लिए दी गई थी।
यह भी पढ़ें: अंबेडकर यूनिवर्सिटी दिल्ली एडमिशन 2019: पढ़ें MBA में आवेदन संबंधी पूरी डिटेल्स
जब फैक्ट्री बंद हो गई तो यह जमीन सरकार को वापस मिलना ही चाहिए। शनिवार को मुख्यसचिव के स्टाफ ज्ञान प्रकाश और सिटी मजिस्ट्रेट अशोक कुमार के साथ जमीन के मुद्दे पर बातचीत हुई साथ ही स्टाफ अफसर ने एलएलओ को पूरी प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए।
इस कार्यवाही के बाद माना जा रहा है कि जल्द यह मामला सुलझ जायेगा और फैक्ट्री की जमीन का मालिकान का हक यूपी सरकार को मिल जाएगी। आपको बताते चले कि एक जमाने में इस फैक्ट्री का अपना जलवा हुआ करता था लेकिन गलत राजनीति ने ना केवल इस फैक्ट्री को बंद करवाया साथ ही हजारों लोगों के हाथ से रोजगार भी छीन लिया।