बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को भेजा गया जेल, एमपी से हुई थी गिरफ्तारी
विधायक को सबसे पहले गोपीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया। जहाँ पर उनका मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में पेश किया गया।
भदोही: उत्तर प्रदेश के भदोही जनपद मे ज्ञानपुर सीट से बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया। विधायक पर उनके रिश्तेदार ने ही मकान-कम्पनी कब्जा करने को लेकर एफआईआर दर्ज कराई है। ज्ञानपुर बाहुबली विधायक विजय मिश्रा का काफिला रविवार की दोपहर जिले में पहुंच गया। एमपी से ही उनके पीछे-पीछे आ रहे समर्थकों की गाड़ियों को भदोही-प्रयागराज सीमा पर ऊंज में ही रोक दिया गया और विधायक का मेडिकल कराने के बाद उन्हे कोर्ट में पेश किया गया। जहाँ से बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट भदोही की न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।
कोर्ट ने भेजा बाहुबली विधायक को जेल
बताते चलें की इससे पहले झांसी में रातभर रुकने के बाद भदोही के लिए निकले काफिले में शामिल समर्थकों की गाड़ियां भी कौशांबी टोल प्लाजा पर बिना टोल दिये ही फर्राटा भरती हुई पार करती चली गईं। भदोही में दर्ज केस के बाद शुक्रवार को विधायक को एमपी के आगर मालवा में पकड़ा गया था। इसके बाद शनिवार को भदोही पुलिस ने विधायक को गिरफ्तार किया और ट्रांजिट रिमांड लेने के बाद रवाना हुई थी। एमपी से ही विधायक समर्थकों की गाड़ियां भी पीछे - पीछे चलती रहीं।
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शनिवार की रात झांसी में गेस्ट हाउस में विधायक को रोका गया तो यहां भी समर्थक अपनी गाड़ियों पर आसपास ही मौजूद रहे। सुबह होते ही पुलिस विधायक को लेकर भदोही के लिए रवाना हुई। भदोही सीमा पर ऊंज पहुंचते ही पुलिस की गाड़ियां जाने दी गईं। लेकिन समर्थकों को रोक दिया गया। विधायक को सबसे पहले गोपीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया। जहाँ पर उनका मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में पेश किया गया। जहाँ से उन्हे जेल भेज दिया गया है। बाहुबली विधायक विजय मिश्रा मामले की अगली सुनवाई 28 अगस्त को होगी।
नहीं मिली जमानत, अगली सुनवाई 28 अगस्त को
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विधायक के जिले में प्रवेश करने से घंटों पहले ही उनकी बेटियां रीमा और सीमा मिश्रा कोर्ट पहुंच गईं थी। उनके साथ कई वकीलों का दल भी कोर्ट में दिखाई दिया। वहीं विधायक के बेटे की गिरफ्तारी पर मिली रोक को आधार बनाते हुए विधायक के लिए भी जमानत मांगी गई। लेकिन जमानत नहीं मिल पाई और अगली सुनवाई 28 तारीख तक टाल दी गई। पड़ोसी के जिस केस के आधार पर विधायक को पकड़ा गया है। उसी मामले में उनकी पत्नी और बेटा भी आरोपित हैं।
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बेटे की गिरफ्तारी पर कोर्ट ने दो दिन पहले ही रोक लगाई थी। पुलिस प्रशासन की तरफ से भी कोर्ट परिसर में विशेष तैयारियां रही हैं। ज्ञानपुर के सीजीएम कोर्ट में बैरिकेटिंग भी की गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए ज्ञानपुर एसडीएम ज्ञान प्रकाश यादव की पैनी नजर हर व्यवस्था पर रही। वहीं पुलिस वालों ने रस्सियों के सहारे भी समर्थकों और भीड़ को रोकने का जबर्दस्त इंतजाम किया था। जिससे वहां पर पूरी तरीके से शांति व्यवस्था कायम दिखी।
रिपोर्ट- उमेश सिंह