लखनऊ: विवेक तिवारी हत्याकांड तो महज एक बानगी है। इससे पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं। कानून का भय नहीं है। ऐसा करने वालों को लगता है कि वे बच निकलेंगे। कानून सबके लिए बराबर है। पुलिस वालों में भी यह भय होना चाहिए कि जो आम आदमी को सजा होगी, वही उन्हें भी होगी। इसका माहौल बनाना पड़ेगा। नोएडा में जितेंद्र यादव गोलीकांड हुआ,लेकिन कौन मंत्री-नेता वहां गया? और नहीं गया तो क्यों नहीं गया।
इस मामले में क्या कार्रवाई की गई। भस्मासुर को शंकर जी ने पैदा किया था। वरदान दिया था। बाद में भस्मासुर उन्हीं को भस्म करने चला था। जब भस्मासुर पैदा करोगे तो किसी दिन अपने ऊपर भी घूम जाएगा। यही यूपी पुलिस में माहौल है। पुलिस में हो या धनबल वाला हो। अपराध करके बच सकता है। घटनाएं पहले भी हो रही थीं, लेकिन अब सब अचानक हाईलाईट हो रही हैं। अपराधियों में यह बात घर कर गई है कि सब मैनेज हो जाएगा।
प्रदेश में अराजकता का माहौल है, किसी को चौराहे पर गोली मार दी जा रही है, किसी को पकडक़र फूंक दिया जा रहा है। कानून हम और आप लागू नहीं करते हैं, कानून पुलिस को ही लागू करना होता है, जिसने छूट दे रखी है। अपराध करने वाले सोचते हैं कि हम बच जाएंगे। तभी घटनाएं हो रही हैं। भस्मासुर को जिसने पैदा किया है, उसी को खाएगा। पाकिस्तान ने जेहादी पैदा किए थे, अब सबसे ज्यादा लोग वहीं मारे जा रहे हैं। इसलिए ये माहौल ऐसे नहीं सुधरेगा।