UP में बड़ा बदलाव: इन जिलों में बढ़ा दायरा, LDA ने लिया फैसला
इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट अथॉरिटी (लीडा) के कब्जे से खाली हुए 45 गांव एलडीए के दायरे में शामिल किए जाएंगे। एलडीए की बोर्ड बैठक में शनिवार को इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई। ऐसे में अब एलडीए का दायरा कानपुर और उन्नाव से सटे इलाकों तक बढ़ जाएगा। बोर्ड मीटिंग में शनिवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण में लखनऊ औद्योगिक विकास प्राधिकरण
लखनऊ: इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट अथॉरिटी (लीडा) के कब्जे से खाली हुए 45 गांव एलडीए के दायरे में शामिल किए जाएंगे। एलडीए की बोर्ड बैठक में शनिवार को इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई। ऐसे में अब एलडीए का दायरा कानपुर और उन्नाव से सटे इलाकों तक बढ़ जाएगा। बोर्ड मीटिंग में शनिवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण में लखनऊ औद्योगिक विकास प्राधिकरण के गांवों का विलय पर मुहर लग जाने की संभावना है। कुल 84 गांव जिनमें से 45 लखनऊ सीमा में और 39 उन्नाव की नवाबगंज तहसील के होंगे। इसके अलावा ट्रांसपोर्ट नगर में मल्टीलेवल पार्किंग, विभूतिखंड की सड़कों को हैंडओवर किया जाएगा। सरोजनी नगर और उत्तर विधानसभा क्षेत्र में कुछ बड़े विकास कार्यों को भी हरी झंडी बोर्ड मीटिंग में दिखाई जाएगी। लगभग 2500 करोड़ के बजट से राजधानी के विकास का भी प्रस्ताव पास होगा।
यह पढ़ें....आसमा हुसैन फैशन इंस्टिट्यूट में रैंप वाल्क करते मॉडल, देखें तस्वीरें
एलडीए की बोर्ड बैठक में शनिवार को इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई। ऐसे में अब एलडीए का दायरा कानपुर और उन्नाव से सटे इलाकों तक बढ़ जाएगा। 45 गांवों में जमीन अधिग्रहण के लिए एलडीए जल्द ही नोटिफिकेशन जारी करेगा। फिर अधिग्रहण की कवायद शुरू होगी, हालांकि बैठक में यह तय नहीं हो सका कि इन गांवों में अधिग्रहण की नीति क्या होगी। किसान अगर मुआवजा लेकर जमीन देने को तैयार नहीं हुए तो लैंड पूलिंग पॉलिसी के तहत उन्हें प्रॉजेक्ट में हिस्सा दिया जा सकता है। तय हुया कि लीडा ने जिन इलाकों में मानचित्र पास कर दिया है, उनमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा, हालांकि अब इन गांवों में निर्माण कार्य के लिए एलडीए से नक्शा पास करवाना होगा।
84 एलडीए
बोर्ड मीटिंग एलडीए आफिस में कमिश्नर मुकेश मेश्राम की अध्यक्षता में होगी। लीडा लखनऊ विकास प्राधिकरण का हिस्सा होगा, जिससे 84 गांव सीमा में बढ़ जाएंगे। लीडा ये प्रस्ताव पास कर चुका है। एलडीए इसको पास करेगा। गेदौली, ऐन, नानमऊ, तेरवां, दराबनगर बरकोटा, नरायनपुर, सादुलानगर, रामदासपुर, सहजनपुर, अमावां, मवई पडिय़ाना, भदोई, खुरुमपुर, अंदा उमराव, चकौली, बेहटा, बरकताबाद जहांगीराबाद, कुड़ा ईंटगांव, पुरैना, इब्राहिबगंज, मदारपुर कोटिया, सराय मुहिब, तेज कृष्णा खेड़ा, दोना, सकरा, महतवां, सेवरी, पलेहन्दा, हरदोइया लालनगर, मांदा, प्यारेपुर, कलियाखेड़ा, समदा, अनौरा और अमौसी शामिल किए गए हैं।
धौरा, मलझा, कोइयां मदारपुर, कमलापुर, मोहान, रानीखेड़ा जागीर, ओराजी मोहान, मोहान खुर्द जागीर, मोहन खुर्द खालसा, भोगला, मुहीउद्दीन, हाजीपुर तरेहा, चुनौटी, खपरा मुस्लिम, टिकैतगंज, बगाद नजूल, शेखपुर तरेहा, नेवलागंज और मुबारकगंज शामिल किए गए हैं। दयानंद अनाथालय की भूमि पर पार्क विकसित किया जाएगा। यहां एलडीए केवल वह भूमि नहीं लेगा, जिस पर अनाथालय बना हुआ है। बाकी भूमि ग्रीन बेल्ट है, जिसका उपयोग पार्क बनाने के लिए किया जाएगा।
यह पढ़ें.... अभी-अभी हुआ ये भयानक हादसा, सीएए के विरोध-प्रदर्शन के दौरान हुई दो की मौत
टीपी नगर में मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण। करीब पांच हजार प्रधानमंत्री आवासों का निर्माण। गोमती नगर विस्तार सेक्टर-7 में सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट जिसको विभूतिखंड की तरह विकसित किया जाएगा। बसंतकुंज योजना के विकास कार्य। प्रबंध नगर योजना के बढ़े मुआवजा और विकास। अपार्टमेंट की जारी योजनाओं का बचा हुआ विकास। नई सड़कों का निर्माण कार्य। नए इलाकों को शामिल किया जाना। विभूतिखंड की सड़कें पीडब्ल्यूडी के हवाले होंगी। हैंडओवर कॉलोनियों के विकास के लिए शासन से मांगेंगे धन।