Bijnor: बुजुर्ग को आग से जलाने की साजिश में 3 शातिर गिरफ्तार
Bijnor: पुलिस व स्वाट टीम ने एक अंधेड व्यक्ति को कार में डालकर जिंदा जलाने का प्रयास करने वाले तीन शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।
Bijnor: थाना कोतवाली शहर पुलिस व स्वाट टीम ने एक अंधेड व्यक्ति को कार में डालकर जिंदा जलाने का प्रयास करने वाले तीन शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए अभियुक्तों से पुलिस ने 13 लाख 50 हजार नकद और एक सेंट्रो कार सहित एक स्कूटी एक पिस्टल 32 बोर व पांच जिंदा कारतूस 3 जोड़ी पीतल धातु कानों के बुंदे एक पीली धातु का मंगलसूत्र 7 आधार कार्ड 3 एटीएम कार्ड सहित दो पैन कार्ड बरामद किए है।
ये है पूरा मामला
पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने प्रेस वार्ता कर खुलासा किया कि पकड़े गए अभियुक्त सुशील गुप्ता जो गांव मुस्तफाबाद थाना शिवलकला का रहने वाला है। उसने पुलिस को बताया कि उसका गन्ने का क्रेशर व ईटों का भट्टा था, जिसमें रानी नाम की एक औरत जो ज्वालापुर हरिद्वार की रहने वाली थी और उसके गन्ने के क्रेशर में काम करती थी। उससे उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था रानी का अपने पति से तलाक हो चुका था।सुशील गुप्ता ने बैंकों से पौने दो करोड़ रूपया कर्ज भी ले रखा था।
सुशील को कारोबार में भारी नुकसान हो गया था, जिसके कारण सुशील गुप्ता काफी दिनों से परेशान था की बैंकों का कर्जा कैसे उतारा जाए, जिसके कारण सुशील गुप्ता और उसके साथी लाल बहादुर सैनी उर्फ पिंटू, रानी ने मिलकर एक योजना बनाई की बैंकों का कर्जा कैसे उतारा जाए और रानी से उसका प्रेम प्रसंग भी चलता रहे। तीनों आरोपियों ने बैंक को धोखा देने के लिए एक योजना बनाई की अपनी जगह किसी भी व्यक्ति को मरा हुआ दिखाकर बैंकों का सारा कर्जा माफ हो जाएगा और जो बीमा का सारा पैसा है उसके परिवार वालों को मिल जाएगा।
30 नवम्बर की रात को घटना को दिया अंजाम
तीनों आरोपियों ने 30 नवम्बर की रात में घटना को अंजाम देने के लिए एक अंजान शराबी मदन सिंह जो गांव मिर्जापुर बेकन थाना चांदपुर को गाड़ी में बिठा लिया और शराब पिलाकर उसको थाना कोतवाली शहर के सिरधनी रोड पर ले जाकर उसको गाड़ी में जलाने का प्रयास किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जले हुए व्यक्ति को गाड़ी से निकाल कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया और घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस जांच में जुट गई।
तीनों आरोपियों को भेजा जा रहा जेल
पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह के नेतृत्व में घटना शीघ्र खुलासा करने के लिए कई टीमें गठित की गई थी, जिसमें आज स्वाट टीम व थाना कोतवाली शहर पुलिस ने पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह के नेतृत्व में घटना का खुलासा करते हुए तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया है।