बिसाहड़ा:अनशनकारी महिलाओं की हालत गंभीर, प्रशासन नदारद, PM को भेजा पत्र
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी से बिसाहड़ा में आक्रोश है। पुलिस प्रशासन द्वारा कार्रवाई न किए जाने को लेकर ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, मुख्यमंत्री और डीएम-एसपी को पत्र लिखकर हालात की जानकारी दी है। ग्रामीण गोकशी के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
नोएडा: बिसाहड़ा गांव में गोहत्या के आरोपी जान मोहम्मद और अन्य नामजदों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अमरण अनशन पर बैठी महिलाओं की हालत बिगड़ने लगी है। सोमवार को ममता और अनीता धरनास्थल पर बेहोश हो गईं। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने अब तक अनशनकारी महिलाओं की सुध नहीं ली है।
प्रशासन नदारद
-आमरण अनशन कर रही महिलाओं को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी से बिसाहड़ा में आक्रोश है।
-पुलिस प्रशासन द्वारा कार्रवाई न किए जाने को लेकर ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, मुख्यमंत्री और डीएम-एसपी को पत्र लिखकर अनशन और हालात की जानकारी दी है।
-ग्रामीणों ने रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद गोकशी में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के मामले में हस्तक्षेप की मांग की है।
-उधर, सीओ राकेश कुमार सिह ने कहा कि आमरण अनशन पर बैठी महिलाओं की हालत बिगड़ने की उनके पास कोई सूचना नहीं है।
बिगड़ती हालत
-आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर करीब एक हफ्ते पहले 13 महिलाओं ने मंदिर में धरना शुरू किया था, जो बाद में आमरण अनशन में बदल गया।
-मंगलवार सुबह इनमें से पांच महिलाएं बेहोश हो गईं। भूखे रहने के चलते महिलाओं का ब्लड प्रेशर लो हो गया है।
-साध्वी हरि सिद्धि गिरी ने बताया कि अनशन के चौथे दिन ममता, माया, कृष्णा और सुनहरी समेत खुद उनकी हालत बिगड़ गई है।
-एक निजी डॉक्टर महिलाओं की स्थिति पर नजर रखे हुए है
बढ़ता तनाव
-भूख हड़ताल कर रही महिलाओं के समर्थन में मंगलवार को गांव की करीब 200 महिलाएं धरनास्थल पर पहुंचीं।
-नोएडा और ग्रेटरनोएडा के कुछ हिंदू दल भी महिलाओं के समर्थन में गांव पहुंच रहे हैं।
-हालात को देखते हुए बिसाहड़ा में तनाव बना हुआ है।
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