Gola Gokarnanath By Election: गोला गोकर्णनाथ सीट से भाजपा ने अमन गिरी को प्रत्याशी बनाया

Gola Gokarnanath By Election: भारतीय जनता पार्टी ने लखीमपुर की गोला गोकर्णनाथ पूर्व विधायक स्वर्गीय अरविंद गिरी के बेटे अमन गिरी को अपना उम्मीदवार बनाया है।

Update: 2022-10-08 07:08 GMT

 गोला गोकर्णनाथ सीट से भाजपा ने अमन गिरी को प्रत्याशी बनाया

Gola Gokarnanath By Election: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले की गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है. बीजेपी ने दिवंगत विधायक अरविंद गिरी के बेटे अमन गिरी को उम्मीदवार घोषित किया है. अमन गिरी सेना में कैप्टन के पद पर तैनात हैं अब वह सियासी पारी खेलेंगे. इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि भारतीय जनता पार्टी अरविन्द गिरी की पत्नी सुधा गिरी को उम्मीदवार बना सकती है लेकिन उनके बेटे को टिकट मिला है. बता दे दिवंगत विधायक अरविंद गिरी कि बीते 6 सितंबर को लखनऊ आते वक्त हार्ट अटैक से निधन हो गया था जिसके बाद अब इस सीट पर 3 नवंबर को मतदान होगा जबकि 6 नवंबर को रिजल्ट आएंगे.

सपा ने विनय तिवारी पर फिर लगाया दांव

वहीं समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर से विनय तिवारी पर दांव लगाया है. इससे पहले इस साल के शुरुआत में हुए विधानसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी ने विनय तिवारी को अरविंद गिरी के खिलाफ मैदान में उतारा था. उन्हें 29 हजार से ज्यादा मतों से हार का सामना करना पड़ा था. 2017 में भी सपा ने विनय तिवारी को ही टिकट दिया था उस चुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. अब उपचुनाव में भी विनय तिवारी पर ही अखिलेश यादव ने भरोसा जताया है. 2012 में पहली बार परिसीमन के बाद बनी गोला विधानसभा सीट पर विनय तिवारी ने जीत हासिल की थी. उसके बाद 2017 और 2022 के चुनाव में उन्हें अरविंद गिरी ने हराया था. अब एक बार फिर से वह उनके बेटे के सामने मैदान में होंगे।

समाजवादी पार्टी  विनय तिवारी को उतारा मैदान में 

6 सितंबर को बीजेपी विधायक अरविंद गिरी का हुआ था निधन

2022 के विधानसभा चुनाव में गोला गोकर्णनाथ सीट से बीजेपी के प्रत्याशी अरविंद गिरी चुनाव जीते थे। गोला इंटर कॉलेज में एक शारीरिक प्रशिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू करने वाले अरविंद गिरि ने 1995 में सक्रिय राजनीति में एंट्री की थी और उन्हें गोला नगरपालिका के अध्यक्ष के रूप में चुना गया। 1996 में उन्होंने समाजवादी पार्टी से हैदराबाद विधानसभा (अब गोला) सीट से चुनाव लड़ा और पहली बार विधायक बने।इसके बाद 1996, 2002 और 2007 में सपा विधायक के रूप में विधानसभा में सीट का प्रतिनिधित्व किया। 2017 में अरविंद गिरी ने पार्टी बदल ली और अपने गोला निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की. उसके बाद 2022 में उन्होंने फिर से सपा उम्मीदवार विनय तिवारी को 29 हजार से ज्यादा मतों से हराया था. दिवंगत विधायक अरविंद गिरी के दो बेटियां और एक बेटा है. दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है. उनकी पत्नी सुधा गिरी नगर पंचायत और जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं. बेटा आर्मी में कैप्टन है और अब बीजेपी से टिकट मिलने के बाद वह पिता के निधन से खाली हुई उनकी परंपरागत सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे.

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