BJP Mission 80 in UP: भाजपा की नजरें यूपी में 'मिशन 80' पर, 20 कलस्टरों में बांटी लोकसभा चुनाव, इन नेताओं को सौंपी गई जिम्मेदारी

BJP Mission 80 in UP: 2024 लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने तैयारियां तेज कर दी हैं। यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं। इस तरह से देखा जाए तो यूपी देश की सभी राजनीतिक पार्टियों के सबसे महत्वपूर्ण राज्य है।

Update: 2024-01-13 17:44 GMT

भाजपा की नजरें यूपी में 'मिशन 80' पर, 20 कलस्टरों में बांटी लोकसभा चुनाव, इन नेताओं को सौंपी गई जिम्मेदारी: Photo- Social Media

BJP Mission 80 in UP: 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटें जीतने का दावा कर रही बीजेपी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके चलते बीजेपी ने यूपी की 80 लोकसभा सीटों को 20 क्लस्टर में विभाजित किया है। इसमें 5 क्लस्टर हारी हुई और 15 क्लस्टर जीती हुई सीटों के बनाए गए हैं। पार्टी ने यूपी सरकार के मंत्रियों और पार्टी के नेताओ को इन क्लस्टरों का प्रभारी भी नियुक्त किया है।

बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिहाज से यूपी देश की सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण राज्य है। यहां से सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीट आती हैं। इसलिए राजनीति में यह कहावत भी है कि यूपी से ही दिल्ली का रास्ता तय होता है। यानी साफ है कि जिस पार्टी के पास उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक सीटें हों, उसका रास्ता प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने के लिए खुद बन जाता है। वैसे तो बीजेपी की नजर पूरे देश पर है, लेकिन यूपी बहुत खास है। इस लिए बीजेपी का पूरा फोकस यूपी की 80 में से 80 सीटों पर है।

आइए जानते हैं कि किसे कौन से जिलों की जिम्मेदारी दी गई है-

-वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना को लखनऊ, उन्नाव, मोहनलालगंज और रायबरेली लोकसभा सीटों के क्लस्टर का प्रभारी नियुक्त किया गया है।

-कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही आजमगढ़, मऊ और बलिया की सीटों के क्लस्टर प्रभारी होंगे।

-पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह को कैसरगंज, बहराइच, श्रावस्ती और गोंडा की लोकसभा सीटों का क्लस्टर प्रभारी बनाया गया है।

-पूर्व मंत्री सुरेश राणा को बरेली, पीलीभीत, आंवला, शाहजहांपुर और बदायूं सीटों के क्लस्टर का प्रभारी बनाया गया है। -व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिलदेव अग्रवाल को गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, बागपत और मेरठ की सीटों के क्लस्टर के प्रभारी का दायित्व दिया गया है। -समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण को हाथरस, मथुरा और अलीगढ़ की सीटों का क्लस्टर प्रभारी नियुक्त किया गया है।

-खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव को वाराणसी, गाजीपुर और चंदौली की सीटों का क्लस्टर प्रभारी बनाया गया है।

-परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह को अयोध्या और अंबेडकरनगर लोकसभा सीटों का क्लस्टर प्रभारी नियुक्त किया गया है।

-कानपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अनिल यादव हमीरपुर, बांदा व फतेहपुर सीटों के क्लस्टर प्रभारी होंगे।

2014 और 2019 में क्या रहा था बीजेपी का प्रदर्शन-

इन दोनों चुनावों में एनडीए ने यूपी में शानदार प्रदर्शन किया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में एनडीए ने यूपी की 80 में से 73 सीटें जीती थी। बीजेपी 71 और अनुप्रिया पटेल की अपना दल ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा और आरएलडी गठबंधन के चलते बीजेपी का समीकरण कुछ गड़बड़ा गया था। ऐसे में बीजेपी गठबंधन यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 64 सीटें ही जीत सकी थी। इस तरह से बीजेपी 2014 की जीती अपनी 9 सीटें 2019 में गंवा दी थी।

2019 में बीजेपी इन 16 सीटों पर मिली थी हार-

2029 के लोकसभा चुनाव यूपी की 16 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। बीजेपी को बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल, राययबरेली, घोसी, लालगंज, जौनपुर, अंबेडकर नगर, गाजीपुर, श्रावस्ती, मैनपुरी, सहारनपुर, आजमगढ़, रामपुर और नगीना की सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। इन 16 सीटों में से 10 बसपा, पांच सपा और एक पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, लेकिन बीजेपी ने उपचुनाव में आजमगढ़ और रामपुर की सीट पर जीत दर्ज कर ली। इस तरह बीजेपी ने यूपी की 80 में से 66 सीटों पर जीत हासिल की ली। इस तरह से देखा जाए तो अब बीजेपी का फोकस इन 14 सीटों पर है, जिसके लिए मंथन किया जा रहा है।

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