BJP सांसद प्रियंका रावत की SDM को धमकी, कहा-जीना मुश्किल कर दूंगी
दो दिन पहले सफदरगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत चैला गांव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता द्वारा किए गए अवैध अतिक्रिमण हटाने गई एसडीएम की अगुवाई में राजस्व विभाग की टीम से बीजेपी सांसद प्रियंका रावत और उनके प्रतिनिधियों द्वारा बदसलूकी मामले ने नया मोड़ ले लिया है।
बाराबंकी: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद प्रियंका रावत ने बाराबंकी जिले के एसडीएम को खुलेआम धमकी दे दी। दो दिन पहले सफदरगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत चैला गांव में बीजेपी के नेता द्वारा किए गए अवैध अतिक्रिमण हटाने गई एसडीएम की अगुवाई में राजस्व विभाग की टीम से बीजेपी सांसद प्रियंका रावत और उनके प्रतिनिधियों द्वारा बदसलूकी मामले ने नया मोड़ ले लिया है।
दो दिन बाद घटना से आहत एसडीएम सिरौली गौसपुर अजय द्विवेदी के साथ नायब तहसीलदार और लेखपाल ने शुकवार (15 दिसंबर) को सफदरगंज थाने में 2 सांसद प्रतिनिधियों और अतिक्रमण करने वाले बीजेपी नेताओं सहित 25 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ सरकारी कार्य में बांधा पहुंचाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
क्या था मामला?
आपको दें कि पिछले दो दिन पूर्व मंगलवार की देर शाम बीजेपी के नेताओं पर अवैध अतिक्रमण कर कब्ज़ा किए जाने की कार्यवाही करने एसडीएम अजय द्विवेदी अपनी राजस्व की टीम के साथ चैला गांव पहुंचे। जहां पर अपने प्रतिनिधियों और समर्थकों के साथ पहुंची बीजेपी सांसद प्रियंका रावत ने ना केवल एसडीएम को खरी खोटी सुनाते हुए प्रोटोकॉल में रहने की नसीहत दी थी, बल्कि एसडीएम को बाराबंकी में जीना मुश्किल कर डालने जैसी धमकी भी दी थी। सिर्फ सांसद ही नहीं बल्कि उनके दो प्रतिनिधि राजेश वर्मा और रमेश चंद्रा ने भी एसडीएम से बेहद अभद्र व्यवहार किया था। यह बात एसडीएम को नागवार गुजरी और वह छुट्टी लेकर चले गए थे। पूरी घटना का वीडियो भी वायरल हो गया था। इस घटना को न्यूज़ चैनलों पर भी प्रमुखता से प्रसारित किया गया था।
बीजेपी सांसद का कही नाम नहीं
आज वापस लौटकर एसडीएम अजय द्विवेदी ने अपने सहयोगी और मौके पर मौजूद रहने वाले नायब तहसीलदार व लेखपाल के साथ सफदरगंज थाने में पहुंचकर सांसद प्रतिनिधियों और 25 अन्य कर खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत सरकारी कार्य मे बांधा डालने का मुकदमा दर्ज करा दिया है। लेकिन गौरतलब बात यह है कि इस पूरे मामले में मुख्य किरदार रहीं बीजेपी सांसद प्रियंका रावत का सत्ता के दबाव के चलते कहीं भी नाम नहीं है। खैर वजह कुछ भी हो लेकिन जब तक असली गुनाहगार बीजेपी सांसद की बदजुबानी पर लगाम नहीं लगाई जाएगी। तब तक ऐसी घटनाएं आए दिन होती रहेंगी ।