भगवान राम मनुवादी थे , और हनुमान जी मनुवादियों के गुलाम - सांसद सावित्री फुले
विवादित बयानों से हमेशा चर्चा में रहने वाली बहराइच की महिला सांसद सावित्री बाई फुले एक बार पुनः बड़ा विवादित बयान दिया है उन्होंने इशारों में भगवान राम को मनुवादी बताते कहा कि बजरंगबली मनुवादी के गुलाम थे । वो अगर दलित थे तो उन्हें इंसान क्यों नहीं बनाया गया उन्हें बंदर क्यों बनाया गया उनके मुंह में कालिख क्यों लगाई गई और उन्हें पूछ क्यों लगाई ये सब इस वजह से हुआ क्योंकि व दलित थे ।
बहराइच : विवादित बयानों से हमेशा चर्चा में रहने वाली बहराइच की महिला सांसद सावित्री बाई फुले एक बार पुनः बड़ा विवादित बयान दिया है। उन्होंने इशारों में भगवान राम को मनुवादी बताते कहा कि बजरंगबली मनुवादी के गुलाम थे । वो अगर दलित थे तो उन्हें इंसान क्यों नहीं बनाया गया उन्हें बंदर क्यों बनाया गया उनके मुंह में कालिख क्यों लगाई गई और उन्हें पूछ क्यों लगाई ये सब इस वजह से हुआ क्योंकि व दलित थे। इतना ही नही उन्होंने भगवान राम को शक्तिहीन बताते हुये यहां तक कह डाला की अगर उनमें शक्ति होती तो मंदिर बन जाता।
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सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए सांसद ने कहा योगी का दलित प्रेम सिर्फ दिखावा है अगर उन्हें दलितों से प्रेम है तो दलितों को गले लगाएं दलितों का सम्मान करें। सांसद सावित्री ने यह भी कहा देश में जितनी भी मंदिर है वहां दलितों को ही पुजारी रखा रखा जाना चाहिए क्योंकि 3% पंडित ही हर जगह कब्जा जमाए हुए हैं।
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सांसद सावित्री बाई फुले ने कहा कि आज मंदिर और कुंभ के नाम पर सैकड़ों करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं अगर यही पैसे गरीबों में बांट दिया जाए तो शायद गरीबों की गरीबी कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि 4 साल तक इन लोगों को मंदिर के नाम का बिल्कुल भी याद नहीं रहा अब जब पांच राज्यों में चुनाव हो रहे हैं तो इन्हें मंदिर की याद आई है और आगामी चुनाव को लेकर के अब फिर एक बार मंदिर का मुद्दा सामने लेकर आ रहे हैं ताकि लोग मंदिर के नाम पर इन्हें वोट दें लेकिन आप दलित और पिछड़ा वर्ग किसी भी कीमत पर इनके साथ नहीं आने वाला है।