अमेठी: कांग्रेस के गढ़ कहे जाने वाले अमेठी में आज राहुल गांधी को विरोध झेलना पड़ा। भाजपा व युवा मोर्चा ने काली पट्टी बांधकर जमकर विरोध किया। विरोध का असर ये रहा कि राहुल अमेठी कार्यालय दो घंटे देर से पहुंचे। भाजपाई उसी समय सड़क पर निकले जब राहुल अमेठी जा रहे थे।
-1926 से ही जब स्व.जवाहर लाल नेहरू फैजाबाद मछली शहर संयुक्त सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ते थे।
-उन दिनों से लेकर आज तक अमेठी में गांधी परिवार का इस कदर विरोध नही होता था।
-नेहरू के बाद संजय गांधी के समय से अमेठी की पहचान ही गांधी परिवार के तौर पर होने लगी।
-1977 की लहर को छोड़ दीजिए तो कभी गांधी परिवार को अमेठी ने छोड़ा नहीं।
-राजीव गांधी की मौत के बाद भी जब सोनिया गांधी को संसदीय क्षेत्र चुनना पड़ा तो अमेठी को नहीं चुना।
-अमेठी के पहले ही चुनावी भाषण में सोनिया ने कहा था कि अमेठी मेरा परिवार है और यहां की जमीं में मेरे मांग का सिंदूर मिला हुआ है।
-ये पहला अवसर है जब अमेठी को परिवार कहने वाले गांधी परिवार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन हुआ।
जेएनयू प्रकरण को लेकर किया प्रदर्शन
-विरोध प्रदर्शन की शुरुआत राहुल गांधी के केंद्रीय कार्यालय से शुरू हुई।
-भाजपाई व उसके संबंधित संगठन के लोगों ने गौरीगज स्थित कार्यालय के सामने जेएनयू प्रकरण को लेकर प्रदर्शन किया।
-घूम-घूमकर राहुल गांधी वापस जाओ, तुम देशद्रोही हो के नारे भी लगाए।
-कांग्रेसियों ने कार्यालय के गेट का ताला ही बंद कर दिया।
-प्रशासनिक अधिकारियों ने भाजपाइयों को समझा-बुझाकर कांग्रेस कार्यालय से दूर किया।
अमेठी में भिडे़ युवा मोर्चा व कांग्रेसी
-राहुल के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे भाजयुमो के कार्यकर्ता अम्बेडकर तिराहे पर पहुचे।
-वैसे ही उनकी एनएसयूआई व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ भिड़ंत हो गई।
-पुलिस ने किसी तरह बीच बचाव कर दोनों ग्रुपों को अलग किया।
राहुल ने क्या कहा?
-राहुल ने कार्यकर्ताओं को विधानसभा तैयारी में जुटने के लिए कहा है।
-राहुल पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
-उन्होंने कहा मेरा तो परिवार आतंकवाद का शिकार हुआ।
-इसलिए मुझे बीजेपी और आरएसएस से देशभक्ति सीखने की जरूरत नहीं है।
चुनावी वादे नहीं हुए पूरे
-अब हालत ये है कि हमें बोलने ही नहीं दिया जा रहा, हमारी तो माइक ही बंद कर दी जा रही है।
-विपक्ष यही सवाल उठा रहा है कि राहुल अमेठी से जुड़े मामले में संवेदनहीन हैं।
-राहुल ने कहा कि मोदी सरकार अपने चुनावी वादे तक पूरा नहीं कर पाई।
दाल की कीमतों पर राहुल ने क्या कहा
-मोदी ने कहा था कि सभी लोगों के खाते में 15 लाख रुपए आएंगे लेकिन एक भी रुपया नहीं आया।
-उन्होंने कहा किसी ने नहीं सोचा था कि दाल की कीमते 200 रुपए पहुंचेंगी।
-राहुल ने कहा कि आप लोग इस मुद्दे को लेकर घर-घर तक जाइये।