BJP Rally: रैली कर निषाद पार्टी की ताकत आंकेगी भाजपा

BJP Rally: भाजपा पूर्वाचल में अपने प्रभाव को और बढ़ाने के लिए निषाद पार्टीके साथ एक साझा रैली लखनऊ में करेगी। जानकारी के मुताबिक, यह रैली नवंबर के मध्य में होगी।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Chitra Singh
Update:2021-10-30 13:13 IST

बीजेपी-निषाद पार्टी (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

BJP Rally: यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा इन दिनों अपनी तैयारियों में जुटी हुई है। पूर्वाचल में अपने प्रभाव को और बढ़ाने के लिए निषाद पार्टी (Nishad Party) के साथ एक साझा रैली लखनऊ में किए जाने की तैयारियां शुरू हो गयी हैं। हांलाकि अभी इसकी अधिकृत तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है । पर उम्मीद है कि नवम्बर के मध्य में रमाबाई अम्बेडकर मैदान (Ramabai Ambedkar Ground) में यह रैली होगी जिसमें केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) भी शामिल होंगे।

उल्लेखनीय है कि पिछले महीने ही निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने भाजपा के चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान के साथ प्रेस कांफेंस कर विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ गठबन्धन की घोषणा की थी। पहले इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि निषाद पार्टी ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) के संयुक्त भागीदारी मोर्चा के साथ जा सकते हैं। लेकिन बाद में भाजपा के साथ उसका समझौता होने के बाद अब उम्मीद की जा रही है कि इस रैली में निषाद पार्टी की ताकत देखकर ही वह उसके साथ सीटों का बंटवारा करेगी।

पिछले महीने चुनाव प्रभारी  धर्मेन्द्र प्रधान जब लखनऊ आए थें तभी मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर भाजपा कोर कमेटी की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल के साथ संजय निषाद की बैठक हो चुकी है पर अभी तक सीटों के बारे में कुछ भी नहीं कहा गया है।

राधा मोहन सिंह-योगी आदित्यनाथ-धर्मेन्द्र प्रधान (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

बतातें चलें कि में निषाद समुदाय की अच्छी-खासी आबादी है। वर्ष 2016 में गठित निषाद पार्टी का खासकर निषाद, केवट, मल्लाह, बेलदार और बिंद बिरादरियों में अच्छा असर माना जाता है।  गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, जौनपुर, संत कबीरनगर, बलिया, भदोही और वाराणसी समेत 16 जिलों में निषाद समुदाय के वोट जीत-हार में बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं। वहीं निषाद पार्टी का कि प्रदेश की 100 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर निषाद वोट जिताने या हराने की ताकत रखता है।

हाल ही में बिहार की पार्टी विकासषील इंसान पार्टी के यूपी विधानसभा चुनाव के पहले सक्रिय होने के कारण भाजपा की चिंता भी बढ़ी है जिसके कारण भाजपा ने निषाद पार्टी को किसी भी हाल में न छोड़ने का फैसला लेते हुए उसके साथ गठबन्धन किया है। इन दिनों निषाद पार्टी और वीआईपी पार्टी के बीच मतभेद उभरकर सामने आए हैं जिसके कारण एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।

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