कानपुरः शिवराजपुर इलाके में एक फैमिली का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। इस बात की भनक जिला और पुलिस प्रशासन को न लगे, इसलिए पूरे कार्यक्रम को धार्मिक समारोह का रूप दिया गया। लेकिन बीजेपी नेताओं को इसकी जानकारी ग्रामिणों ने दे दी।
इसके बाद दर्जनों पार्टी नेता और कार्यकर्ता पुलिस के साथ गांव पहुंच गए। पुलिस ने मौके से एक ग्रंथ के साथ चार लोगों को हिरासत में लिया और पूछताछ के लिए थाने ले आई।
क्या है पूरा मामला?
-शिवराजपुर के दुर्गापुर गांव में कठेरिया फैमिली रहती है।
-मंगलवार की सुबह उनके घर टेंट और स्टेज लगने लगा।
-ग्रामीणों के पूछने पर फैमिली के लोगों ने पूजा का आयोजन होने की बात कही।
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-इस बीच तीन चार पादरी और सहयोगी भी आ पहुंचे, उनको देख ग्रामीणों को शक हुआ।
-पता चला कि कठेरिया फैमिली धर्म परिवर्तन करने जा रहा है।
-पहले भी कठेरिया फैमिली के कुछ लोगों धर्म परिवर्तन कर चुके हैं।
-ग्रामीणों ने मामले की जानकारी भाजपा नेताओं को दी।
पुलिस ने बीजेपी नेताओं पर लगाया आरोप
-चौबेपुर से बीजेपी नेता रवि शंकर दीक्षित पुलिस के साथ गांव पहुंच गए।
-पुलिस और भाजपाइयों को देखकर धर्म परिवर्तन कराने वाले कुछ लोग भाग निकले।
-पुलिस ने मौके से बाइबल और पादरी सहित चार लोगों को पकड़ लिया।
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-भीड़ द्वारा पकड़े गए लोगों की पिटाई की आशंका के चलते पुलिस सभी को थाने ले आई।
-पुलिस धर्म परिवर्तन मामले में अपनी गर्दन फंसती देख मामले को दबाने की कोशिश की।
-पूरे मामले को लेकर एसओ ने कहा कि धर्म परिवर्तन जैसी कोई बात नहीं थी।
-बीजेपी पूजा आयोजन को धर्म परिवर्तन कार्यक्रम बता रही है।
क्या कहना है बीजेपी नेता रवि शंकर का?
-कठेरिया फैमिली ने पुलिस के सामने धर्म परिवर्तन के लिए कार्यक्रम होना स्वीकारा था।
-लेकिन समझाने के बाद सभी ने ऐसा करने से मना कर दिया।
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-उन्होंने पुलिस के सामने पैसे के लालच में धर्म परिवर्तन के लिए राजी होने की बात कही है।
-पुलिस ने खुद को बचाने के लिए पकड़े गए लोगों को छोड़ दिया है।